वाराणसी में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ !
शाहीन बाग के धर्मांध आंदोलनकारियों के विरुद्ध
कठोर कार्यवाही हो ! - समस्त हिन्दुत्वनिष्ठों की एकत्रित मांग
वाराणसी - नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरुद्ध शाहीन बाग परिसर में 15 दिसंबर 2019 से धर्मांध लोग धरना आंदोलन कर रहे हैं । इस आंदोलन की योजना बनानेवाले ‘जे.एन्.यू.’ के भूतपूर्व विद्यार्थी शरजील इमाम ने खुलेआम कहा था, ‘असम को भारत से अलग करने के कार्य में सहायता करना हमारा कर्तव्य है । जब ऐसा होगा, तब केंद्र सरकार हमारी बात सुनेगी । रेलगाडियां रोक दो ।’ इसी प्रकार, ‘ऐसे आंदोलन पूरे देश में करो’, यह आवाहन भी यहां से लगातार किया जा रहा है । इससे स्पष्ट होता है कि ऐसे हिंसक आंदोलन अनेक स्थानों पर करवाकर पूरे देश में अस्थिरता फैलाने का प्रयत्न किया जा रहा है । इस घटना से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि यह आंदोलन बहुत सुनियोजित ढंग से चलाया जा रहा है । तात्पर्य यह कि अब इस आंदोलन ने जो रूप धारण किया है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि विदेशी शक्तियों से जुडे हुए साम्यवादी एवं धर्मांध संगठन मिलकर यह आंदोलन चला रहे हैं । यह आंदोलन हिन्दूबहुल भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है’, इस संदेह को बल मिल रहा है । अतः, पुलिस वहां के सब आंदोलनकारियों को खदेड कर, यह परिसर खाली कराए और नागरिकों को सामान्य जीवन जीने के लिए अनुकूल वातावरण बनाए । इसी प्रकार, इस आंदोलन में देशविरोधी, समाजघाती और प्रक्षोभक भाषण करनेवाले नेताओं, वक्ताओं आदि के विरुद्ध प्राथमिकी लिखकर, कठोर कार्यवाही करे; यह मांग हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से की गई । समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन की ओर से माननीय केंद्रीय गृहमंत्री जी के लिए यह ज्ञापन यहां के अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) श्री. रणविजय सिंह जी को सौंपा गया । इस समय हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री. मनीष पांडे जी, केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष वाराणसी न्याय मंच व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री. तिलक राज मिश्रा जी, इंडिया विद विजडम के अधिवक्ता कमलेश चंद्र पाठक जी, अधिवक्ता विकास श्रीवास्तव जी, हिंदू जनजागृति समिति के श्री. राजन केसरी जी तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे ।
जिहादी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर प्रतिबंध लगाओ !
‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ के विरुद्ध हिंसाचार करने के प्रकरण में उत्तरप्रदेश पुलिस ने जिहादी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पी.एफ.आय.) के 108 कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया है । इस संगठन के अन्य 5 लोगों को बिजनौर से बंदी बनाया गया है । ये लोग शाहीनबाग आंदोलन को भडकाने के लिए, आंदोलकों को उग्र बनाने के लिए तथा आंदोलन के लिए आर्थिक सहायता जुटाने के कार्य में सक्रिय थे । ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के कार्यकर्ताओं को प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘सिमी’ के आतंकवादियों ने प्रशिक्षण दिया था, यह जानकारी भी कुछ घटनाओं से उजागर हुई है । इसलिए, देश में कानून-व्यवस्था अबाधित रखने के लिए ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर लगाया जाए ।