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छत्रपती शिवाजी महाराज और छत्रपती संभाजी महाराज का अपमान करनेवाली पुस्तक तत्काल पीछे लें; अन्यथा आंदोलन छेडेंगे ! - हिन्दू जनजागृति समिति की चेतावनी

11 वीं की इतिहास की पाठ्यपुस्तक में छत्रपति शिवाजी महाराज एवं छत्रपती संभाजी महाराज का अपमान !

छत्रपती शिवाजी महाराज और छत्रपती संभाजी महाराज का अपमान करनेवाली पुस्तक 
तत्काल पीछे लें; अन्यथा आंदोलन छेडेंगे ! - हिन्दू जनजागृति समिति की चेतावनी
       हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक ‘जाणता राजा’ शिवछत्रपति की एक ओर आज जयंती मनाई जा रही हैतो वहीं दूसरी ओर गोवा राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालय की पाठ्यपुस्तक में छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज का अनादर करनेवाला लेख प्रकाशित हुआ हैजो अत्यंत क्लेशदायक है । हिन्दू जनजागृति समिति इसकी कठोर शब्दों में निंदा करती है । अपने राजाआें के विषय में इस प्रकार झूठा इतिहास कोई भी हिन्दू नहीं सहेगा । इतिहास की यह पुस्तक शासन तुरंत पीछे लेअन्यथा समस्त शिवप्रेमी सडक पर उतरकर तीव्र आंदोलन करेंगेऐसी चेतावनी हिन्दू जनजागृति समिति के गोवा राज्य समन्वयक डॉमनोज सोलंकी ने दी है ।
    गोवा शासन की कक्षा 11 वीं की इतिहास की पाठ्यपुस्तक में एक परिशिष्ट ‘गोवा का इतिहास’ के नाम पर जोडा गया है । उसमें असत्य लिखा हुआ है कि गोवा के बार्देश तहसील पर छत्रपति शिवाजी महाराज ने आक्रमण कर लगातार तीन दिन तक गांवों को लूटा थाजलाया थाछोटे बच्चों और महिलाआें को बंधक बनाकर रखा था तथा कुछ को तो मार डाला थाजो छत्रपति शिवाजी महाराज की छवि को मलिन करता है । ‘परस्त्री माता समान’ इस धर्मवचन के अनुसार आचरण करनेवाले और शत्रुआें की स्त्रियों को भी सम्मानपूर्वक उनके घर भेजनेवाले छत्रपति शिवाजी महाराज के चरित्र पर इस प्रकार से कीचड उछालनाएक बडा अपराध ही है । इसलिए इस लेख के लेखक और उसे पाठ्यपुस्तक में समाविष्ट करनेवाले सभी अधिकारियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर उनपर तुरंत कठोर कार्रवाई की जाएयह मांग भी डॉसोलंकी ने इस समय की । ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है । इसके पहले भी वर्ष 2008 में एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक में छत्रपती शिवाजी महाराज का अपमान किया गया था । उसका तीव्र विरोध और आंदोलन करने पर शासन ने वह पुस्तक हटा दी थी । शासन ने इस बार भी इस पुस्तक के परिशिष्ट को पीछे नहीं लियातो उसी प्रकार का आंदोलन पुनः किया जाएगायह भी डॉसोलंकी ने कहा ।
   इस प्रकरण में तुरंत कार्रवाई होइसके लिए आज दोपहर 12 बजे गोवा राज्य शिक्षा संचालक वंदना राव को शिवप्रेमी संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन दिया । इस समय शिक्षा संचालकों ने कहा कि ‘यह विषय गंभीर है । अगले पाठ्यक्रम में यह भाग नहीं लिया जाएगा तथा अन्य किसी भी पाठ्यक्रम में ऐसा कुछ मिलने पर हमें बताएंउसपर भी कार्रवाई की जाएगी’यह आश्‍वासन दिया । इस समय हिन्दू जनजागृति समिति के श्रीसत्यविजय नाईकसनातन संस्था की श्रीमती शुभा सावंत और श्रीमती शांति मामलेदार, ‘स्वराज्य गोमंतक’ के प्रमुख श्रीप्रशांत वाळके और श्रीमहेश शिरगावकरगोमंतक मंदिर महासंघ के श्रीभाई पंडितशिवप्रेमी श्रीमयुरेश कुष्टेपर्वरी के धर्मप्रेमी श्रीकेशव चोडणकरतथा श्रीजयेश थळीश्रीदयानंद गावकरश्रीअंकुश नाईक आदि उपस्थित थे । 
(पाठ्यपुस्तक के परिशिष्ट के पन्ने संलग्न हैं ।)

आपका विनम्र,
डॉ. मनोज सोलंकी
गोवा राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति, 
संपर्क क्र. : 9326103278

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Images and Captions : 
पहले तीन छायाचित्र गोवा राज्य के ग्याहरवीं की पुस्तक के इतिहास के पन्ने हैं । इसमें शिवाजी महाराज जी का अपमान करनेवाली जानकारी को highlight किया है ।
1. Goa_History_Book_Std_XI_Front_Cover
2. ShivajiM_History_Distortion_Goa_Board_1
3. ShivajiM_History_Distortion_Goa_Board_2
4. Memorandum_Given_By_Devout_Hindus : गोवा राज्य की शिक्षा संचालक वंदना राव से मिलकर शिवप्रेमी संगठण के शिष्टमंडल ने उन्हें ज्ञापन सौंपा