क्या बिहार के मुख्यमंत्री सचमुच भ्रष्टाचार को समाप्त करना चाहते है? :- रमेश कुमार राष्ट्रीय प्रवक्ता भारतीय जन क्रान्ति दल
भारतीय जन क्रान्ति दल डेमोक्रेटिक
कार्यालय में संवाददाता समेलन को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता
रमेश चौबे ने बिहार के मुख्यमंत्री के अवाहन भ्रष्टाचारी को पकडाओ और इनाम पाओ को
ढकोसला बताते हुए कहाकि बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को अपने सचिवालय
सुरक्षा पुलिस उपाधीक्षक की चल अचल संपत्ति की पहले जाँच पड़ताल करने के लिए आदेश
जारी करने चाहिए और लोगो को बताना चाहिए उनके सुरक्षा प्रभारी दशकों से एक ही जगह
पर कैसे टिके है उनके पोस्टिंग के पीछे के खेलकूद का गहराई से अनुसंधान करने चाहिए
क्योंकि टीटीपीएम कराने वाले अधिकारियों को चिन्हित करने के लिए इससे उपयुक्त
उदाहरण और कोई नहीं हो सकता है l सचिवालय सुरक्षा पुलिस उपाधीक्षक और उनकी पत्नी इंस्पेक्टर विगत दो दशक से
लगातार पटना में कैसे बने हुए हैं ? पुलिस हस्तक कानून
नियमावली उनपर क्यों नहीं प्रभावी हो रहा है? कौन कौन वरिष्ठ
अधिकारियों द्वारा ऐसे लोगों को संरक्षण मिल रहा है? उसकी
गहराई से जाँच पड़ताल करने की आवश्यकता है ताकि वैसे अधिकारियों को बेनकाब किया जा
सके l सचिवालय सुरक्षा पुलिस उपाधीक्षक के सारे
फर्जीवाड़े की गहराई से जाँच पड़ताल आखिरकार किन कारणों से नहीं हो रहा है और उनकी
पत्नी को मिले खेल सम्मान में हुए फर्जीवाड़े की गहराई से जाँच पड़ताल आखिरकार क्यों
नहीं हो रहा है? क्या उसका जबाब पुलिस मुख्यालय और गृहविभाग
बिहार सरकार को नहीं देना चाहिए ? सचिवालय सुरक्षा पुलिस
उपाधीक्षक जब खेलकूद कोटे से सिपाही में बहाल हुए थे उस समय उनके द्वारा दिये गए
शैक्षणिक सर्टिफिकेट उम्र प्रमाणपत्र की प्रामाणिकता की जाँच पड़ताल करने से पुलिस
मुख्यालय और गृहविभाग क्यों देर कर रहा है? पुलिस विभाग का
नटवरलाल तथाकथित चित्रगुप्त का संतान बंटी कुमार सिन्हा के तीनों मोबाइल नंबर पर
पुलिस विभाग के किन किन अधिकारियों ने बातचीत किया है और उससे क्या क्या बदले में
सुखसुविधा प्राप्त किया है इसकी गहराई से जाँच पड़ताल करने और इसको सार्वजनिक करने
के लिए भारतीय जनक्रांति दल और नागरिक अधिकार मंच सड़क से लेकर संसद तक मुखर आवाज
बुलंद कर संलिप्त पुलिस पदाधिकारियों को बेनकाब करेगा l
एक सिपाही को जिसका पोस्टिंग सीआईडी विभाग में हुआ है लेकिन डिप्टेशन
पर पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड में कार्यरत हैं बल्कि आराम करने के लिए और
कमीशन वसूलने के लिए पोस्टिंग प्राप्त है उसके चल अचल संपत्ति की जाँच पड़ताल करने
को लेकर इनकम टैक्स और ईडी को भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए l
एक सिपाही द्वारा पटना के कुम्हरार में आलीशान सुखसुविधा युक्त
बिल्डिंग बनाने की कमाई का लेखा जोखा होना चाहिए क्योंकि मेरे पास आकर इसने अपने
बहुत सारी कॉल गर्ल फ्रेंड का फोटोशूट वीडियो दिखाया है और कई पुलिस अधिकारियों को
सप्लाई करने की बात बताया है और कई पुलिस अधिकारियों के साथ अपने फोटोग्राफ दिखाया
है और यहाँ तक दावा किया है कि उसने कई अधिकारियों के साथ सप्लाई की गई कॉल गर्ल
फ्रेंड का वीडियो ऑडियो क्लिप बनाया है और उसी के बल पर अधिकारियों से मनमानी
कार्य करवाता है इसको लेकर उच्च स्तरीय जांच कमिटी बनाने को लेकर राज्यपाल को भी
ज्ञापन दिया जायेगा lइसलिए
बिहार के मुख्यमंत्री एवं पुलिस मुख्यालय से हमारी माँग है कि सिपाही बंटी कुमार
सिन्हा की गहराई से उसकी गतिविधियों की जाँच करे l पुलिस
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से विनम्र निवेदन है कि कृपया इसे गंभीरता पूर्वक लेकर
सिपाही बंटी कुमार सिन्हा के आय ब्यय चल अचल संपत्ति और उसके अपराधियों से संबंध
ठेकेदारों से संबंधों एवं भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों से उसकी घनिष्ठता की
गहराई से जाँच करने के लिए अपने अपने स्तर से पुलिस मुख्यालय पर दबाव बनाने का
कार्य करें l साथ ही साथ उसके खेलकूद सर्टिफिकेट की खेलकूद
संघ से वेरिफिकेशन कराकर उसकी वैलिडिटी की तहकीकात की जाय l इसके
लिए कौन कौन पदाधिकारी जिम्मेवार हैं इसकी गहराई से जाँच पड़ताल होनी चाहिए अगर
मुख्यमंत्री महोदय ऐसा करते है तो माना जाएगा वो भ्रस्टाचार समाप्त करने के प्रति
सम्वेदनशील है |
दूसरी और श्री चौबे ने पटना स्थित महावीर आरोग्य संस्थान के सचिव
आचार्य किशोर कुणाल के दोहरे चरित्र का मुद्दा भी उठाया उन्हों ने कहाकि महावीर
मंदिर में क्या कभी किसी मुसलमान ने दान दिया है? अगर नहीं दिया तो फिर महावीर आरोग्य संस्थाओं में
मुस्लिम समाज के लोगों का इलाज कैसे किया जा रहा है ? साथ ही
हम जानना चाहेंगे मुसलमानों के इलाज पर अब तक कुल मिलाकर कितना राशि ब्यय हुआ है ?
हम इसके लिए एक आरटीआई आवेदन देकर सूचना कि भी माँग जल्द करने जा
रहे है और जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट जाने से भी पीछे नहीं रहेंगे| हमें लगता है महाबीर मंदिर पटना में हिन्दूओं द्वारा दिये गए दान का
वास्तविकता सदूपयोग नहीं हो रहा है यह भी जाँच का विषय है और क्या इसे भ्रस्टाचार
नहीं कहा जा सकता ?
पटना का महाबीर मंदिर भी भ्रष्टाचार का अड्डा हो गया है महाबीर मंदिर
न्याय समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने इसे निजी संपत्ति बना रखा है वो दशकों
से महाबीर मंदिर न्यास समिति के सचिव बने हुए हैं यह कहा तक उचित है ? हमारी सलाह है उन्हें अपने पद से त्यागपत्र देकर
लोकतांत्रिक तरीके से उसका चुनाव करवाना चाहिए और महाबीर मंदिर न्यास समिति में अब
तक दान देने वाले सभी दान दाताओं की आम सभा में महाबीर मंदिर न्यास समिति के
सदस्यों और पदाधिकारियों का चुनाव होना चाहिए क्योंकि आचार्य किशोर कुणाल ने
महाबीर मंदिर न्यास समिति के सचिव के रूप में जो भी आर्थिक गतिविधियों को किया है
उसका पूरा गहराई से जाँच करने कि आवश्यकता है | अब समय आ गया
है कि हिंदुत्व के तथाकथित दोहरे चरित्र वाले लोगों के असली चेहरा को बेनकाब किया
जा सके हमारी पार्टी किसी भी हिंदूद्रोही को माफ करनेवाली नहीं है
दिल्ली में हुए दंगो के सबाल पर बोलते हुए रमेश कुमार ने कहाकि दिल्ली
में अंकित शर्मा की हत्या सिर्फ इसलिए की गई कि वो अवैध बंगलादेशियों कि जाँच कर
रहें थे जिसकी बजह से ताहिर हुसैन फसने बाला था नहीं तो आईबी के अंकित शर्मा को
४०० बार चाकू से वार कर मारा नहीं जाता यह इस बात को बतात है कितनी नफरत थी उसका
अंकित के विरुद्ध !दिल्ली में दंगो से पहले पहचान के लिए मुस्लिम दुकानों पर No CAA No NRC लिख दिया गया ताकि पता चल सके
कौन सी दुकाने हिन्दुओ कि है और कौन सी मुसलमानों की । जिन दुकानों पर No CAA No NRC लिखा
हुआ था वे दुकाने बच गई बाकी सब हिन्दुओं की दुकानें जला दी गई इसके लिए केन्द्र
कि भाजपा सरकार पूर्ण रूप से जिम्मेवार है।