अवैध कार्यो के विरोध के कारण हुआ सन्नी गुप्ता की हत्या |
शवयात्रा पर चले थे पत्थर और पुलिसकर्मी रहें मूक दर्शक |
पूरा देश जहाँ कोरोना संक्रमण के कारण लॉक
डाउन की स्थिति में है सभी की हालत दयनीय हो चुकी है, पुलिसकर्मी लोगो को लॉकडाउन का पालन करवाने में जुटी है, लोगो से घर मे रहने की अपील कर रही है। लेकिन
कुछ ऐसी भी जमात के लोग है जिन्हें देश के लोगों की सुख शांति से परहेज है | वैसे
लोगो पर लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पटना पुलिस ने NCC के लोगो को
लगाया गया था ताकि लोग कानून का पालन कर सकें , परंतु कुछ अपराधी
प्रवृति के लोगों को कानून तोड़ने में मजा आता है क्योकि उन्हें पता है प्रशासन में
उन्हें बचाने के लिए कई बड़े अधिकारी मौजूद रहते है |बात २० अप्रैल २०२० की है पटना
सिटी के क्षेत्र में कानून का पालन हो सके इस वास्ते NCC के जवानों को कार्य में लगाया गया था परन्तु गली
के अपराधी चरित्र के लोग जब पुलिसकर्मीयों की नहीं सुनते तो NCC के जवानों की क्या सुननेवाले ? नून का चौराहा
की गली में अपराधियों और NCC के जवानों के बीच कहा - सुनी हो जाता है। जिसके उपरांत दर्जनों, की संख्या
में गली के गुंडे और उसके समर्थक आ कर NCC के जवान पर हमला कर देता है । किसी प्रकार से
NCC के जवान भाग
कर अपनी जान बचा पाता है | NCC के जवानो पर हुई हमले की जानकारी मिलते ही
मौके पर पुलिस पहुचती है और NCC के जवानों
को मौके पर बुलाकर मामले की जानकारी लेना चाह रही थी कि अचानक , अपराधियों ने गोली चलाना शुरू किया और जानबूझ
कर अपने छत की रेलिंग पर खड़े युवक सन्नी कुमार गुप्ता के सर में गोली मार देता है
क्योकि इससे अपराधियों की पुराणी रंजिश भी पूरी हो जाएगी और लोग इसे दुर्घटना का
नाम दे कर मामला रफा दफा करवा देंगे|
अब आप को हम पुरे मामले की और लेकर चलते है मामला
जितना दिखाई देता है उतना साधारण नहीं है मामला है बहुसंख्यक मुसलमानों के बीच
रहनेवाले एक हिदू को घर से वेदखल करबाने का | वैसे पुलिस ने सन्नी गुप्ता
हत्याकांड का मुख्य आरोपी चांद को शनिवार २५.०४.२०२० को गिरफ्तार कर लिया गया है ।
सन्नी गुप्ता की शादी तीन साल पहले ही हुई
थी। उनका दो साल का बेटा अनुराग और 4 महीने की एक
बेटी आराध्या है। इस घटना के बाद से उनकी पत्नी काफी सदमे में है। मृतक सन्नी गुप्ता के पिता गोपाल प्रसाद गुप्ता जो गोपाल बैंड ने नाम से बैण्ड बाजे का छोटा व्यवसाय
करते है , उन्ही के व्यवसाय में सन्नी और
उसका भाई अपने पिता के बैंड बाजा के काम मे साथ रहता था ।अपराधियों
को कई बार उसने समझाने का प्रयास किया था | NCC के जवानों
की पिटाई के बाद अपराधी उसके घर में छुपने के ख्याल से घुस गए थे जिसका भी उसने
विरोध किया था | घटना में शामिल लोगों का पुराना अपराधिक इतिहास रहा है। NCC के जवानों की पिटाई करने में मोहम्मद
नासर, मोहम्मद चांद,
मोहम्मद
आमिर, मोहम्मद पंजूम, आदि शामिल
था। प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहम्मद
नासर के द्वारा शादी में हर्ष फायरिंग के कारण पूर्व में भी एक बच्चे की मौत हो गई थी।
इसके अलावा एक महिला की हत्या में भी वो जेल जा चुका है। दूसरा मोहम्मद चांद, आर्म्स एक्ट में पहले भी जेल जा चुका है,
सन्नी गुप्ता के भाई दीपक गुप्ता ने
बताया कि चॉंद और उसके साथियों की योजना पुलिस को निशाना बनाने की थी। एनसीसी
कैडेट्स के साथ विवाद होने पर उन्होंने पथराव किया था। सन्नी ने इसका विरोध किया।
यही बात आरोपितों को नागवार गुजरी और कुछ देर बाद घर में घुस उनके भाई को गोली मार
दी। सन्नी का पूरा परिवार दहशत में है और अब मुस्लिम
बहुल इलाके से पुश्तैनी घर बेचकर निकलने का रास्ता खोज रहा है।
सन्नी की हत्या ऐसे वक्त में की गई जब
उसका परिवार शादी की तैयारियों में व्यस्त था। एक मई को सन्नी की बहन दीपिका की
शादी तय थी। हालॉंकि लॉकडाउन के कारण इस पर संशय था। लेकिन परिवार में तैयारियॉं
चल रही थी। सन्नी की हत्या के बाद शादी टाल दी गई है। यह जानकारी सन्नी के भाई
दीपक गुप्ता ने दी।
सन्नी गुप्ता के परिजनों ने चौंकाने वाला खुलासा
किया है। उनके मुताबिक मुख्य आरोपित चॉंद मोहम्मद हथियारों का तस्कर है। उनका
परिवार पहले से ही उसकी गुंडई का विरोध किया करता था। इसके कारण वे लोग पहले से ही उसके निशाने पर
थे। सन्नी के परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही
है। हालॉंकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है। सन्नी के भाई दीपक गुप्ता ने
बताया कि चॉंद मोहम्मद ने घर में घुसकर उनके भाई के सिर में गोली मारी थी। दीपक के
अनुसार वे अभी भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। परिवार बेहद डरा हुआ है। यही
कारण है सन्नी के पिता गोपाल प्रसाद ने घर के बाहर ‘यह
मकान बिक्री का है’ लिखा बोर्ड टॉंग
दिया है। जिस इलाके की यह घटना है वह मुस्लिम बहुल है। दीपक के अनुसार यहॉं रहने
वाले हिंदू परिवार खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते। उन्होंने बताया कि चॉंद
हथियारों की तस्करी करता है। आए दिन फायरिंग कर हथियार चेक करता रहता है। वह
स्थानीय लोगों पर अपना रौब भी जमाता रहता था। इसका सन्नी और उसके परिजन विरोध करते
थे। इसकी वजह से वे लोग चॉंद के टारगेट पर थे। घटना से डरे-सहमे सन्नी के पिता ने
अपने घर पर ‘यह मकान बिक्री का है’ की तख्ती टॉंग दी है। गोपाल प्रसाद ने
रोते हुए कहते है, “मैं 28
वर्षों से इस मकान में पूरे परिवार के
साथ रह रहा हूँ। इस मकान के साथ कई सारी यादें जुड़ी हुई हैं। लेकिन जिस मोहल्ले
में मेरा परिवार ही सुरक्षित नहीं है, वहाँ रहकर क्या करुँगा? गोपाल प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने
परिवार की सुरक्षा के नाम पर 4 लाठीधारी होमगार्ड को तैनात किया है।
ऐसे में अगर परिवार पर हमला होता है तो ये लाठीधारी आखिर कैसे उनकी परिवार की
सुरक्षा करेंगे।
सबसे आश्चर्यजनक बातें तो यह जानकर
हुई कि जब सन्नी गुप्ता की शवयात्रा निकाली गई तो उस पर भी कुछ लोगों ने पथराव
किया था और प्रशासन ने उन अपराधियों पर करवाई करना तो दूर उलटे सन्नी गुप्ता के
परिजनों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया और उसमे अभियुक्त कुछ मृतक व्यक्ति को भी बना
दिया , इसके बाद से ही इलाके में तनाव बना हुआ है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने 100 से अधिक पुलिस फोर्स को इलाके में तैनात किया है। वहीं मृतक के भाई
ने 6 नामजद सहित 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ में हत्या का
मुकदमा दर्ज कराया है। लेकिन खाजेकलाँ
थानाध्यक्ष सनोवर खां ने कहा कि परिजनों का आरोपों को गलत है नामजद लोग हथियारों के तस्कर
नहीं है | कमाल की बात है थानाध्यक्ष भी आजकल जज का कार्य करने लगे है | इस प्रकार
के व्यान के कारण आस पास के हिन्दू दहशत में है क्योकि उन्हें लगता है मुसलमान थानाध्यक्ष
के होते उन्हें न्याय नहीं मिल सकती | कई लोगों ने यहाँ तक बताया कि बिहार के एक आई
जी भी इन लोगों को छुड़ाने की पैरवी करते रहते है |