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संकट की घड़ी में सीआईपीईटी के सामुदायिक राहत के लिए महत्वपूर्ण कार्य

रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 

संकट की घड़ी में सीआईपीईटी के सामुदायिक राहत के लिए महत्वपूर्ण कार्य

     कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग के अंतर्गत केन्द्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान विभिन्न राज्यों में अपनी सुविधाओं के माध्यम से समुदाय की भलाई का नेक कार्य कर रहा है। रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
     इस अभियान के तहत सीआईईपीटी के ग्वालियर केन्द्र ने अपना कौशल प्रशिक्षण केन्द्र जिला मजिस्ट्रेट/समाहर्त्ता को सौंप दिया है। कौशल प्रशिक्षण केन्द्र को 72 बिस्तरों वाले क्वॉरंटाइन केन्द्र में तब्दील किया गया है। इसके अलावा सीआईपीईटी के अधिकारी और कर्मचारी चौबीसों घंटे पैरामेडिकल टीम को सहायता प्रदान करेंगे।

     इसी प्रकार सीआईईपीटी भुवनेश्वर में कोरोना महामारी के फैलाव से लड़ने के लिए लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाया है। लोगों में मास्क, सैनीटाइजर, कीटाणुनाशक और पानी की बोतलें वितरित की गई हैं। केन्द्र प्रस्तुतियों के माध्यम से भी लोगों को महामारी के प्रति जागरूक बना रहा है।
     सीआईपीईटी के सभी कर्मचारियों ने स्वेच्छा से पीएम केयर्स फंड में अपने एक दिन के वेतन - कुल 18 लाख रुपये का योगदान दिया है।

     सीआईपीईटी-एसएआरपी एलएआरपीएम की शोध एवं विकास शाखा ने डब्ल्यूएचओ दिशा-निर्देशों के अनुरूप सैनीटाइजर विकसित किया है और इसे कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा के लिए सुरक्षा व हाऊस कीपिंग कर्मचारियों के ब च वितरित किया है।

सीआईपीईटी, लखनऊ ने शहर के जरूरतमंद, गरीब और प्रवासियों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए लखनऊ स्थित अन्नदा, नगर निगम निधि को 5 लाख रुपये का योगदान दिया है।
जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए सीआईपीईटी के विभिन्न केन्द्र भी इसी तरह के प्रयास कर रहे हैं।