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बड़हरा में पीपापुल बंद होने से बढ़ेगी परेशानी

गंगापार खवासपुर पंचायत को जोड़ने वाला पीपापुल जून माह के 15 से 30 तारीख के बीच खुल जाने के बाद सिताब दियारा इलाके के लोग फिर सड़क मार्ग से कट जाएंगे। गंगा नदी के जलस्तर में नवम्बर माह में कमी होने के बाद पीपा को जोड़ने का कार्य होता है। कभी-कभी दिसम्बर माह भी पार हो जाता है। इस बीच दोनों तरफ के लोगों का नाव ही सहारा हो जाता है। वर्ष 2015-16 में पीपापुल चालू होने के बाद से दोनों तरफ की भारी आबादी में खुशी थी।

बिजनेस, व्यापार, शादी व अन्य कार्य में भोजपुर जिले के लोगों को फायदा होने लगा। चूंकि खवासपुर की करीब 15 हजार की आबादी का कृष्णागढ़ के सरैंया बाजार में खरीदारी व माल बेचने आते थे। जब पीपा बंद हो जाता है। गंगापार के लोग यूपी के बलिया में जाकर दुकानदारी करते है। खवासपुर पंचायत में 18 टोला व गांव है। वर्ष 1964 के बाद त्रिवेदी आयोग के गठन के दौरान यूपी के बलिया तहसील का पंचायत खवासपुर भोजपुर के बड़हरा में शामिल हुआ। यह पंचायत राजस्व के मामले में भी अव्वल है।

लेकिन खवासपुर को स्थायी सड़क मार्ग नही मिल सका है। पीपा के बंद होने के बाद लोगो को दो बड़ी समस्याओ से जुझना पड़ता है। पहली समस्या कि बरसात के दिनो में दियारा के लोग जिला मुख्यालय आरा जाने में करीब 110 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ेगा। जो यूपी के बलिया वाया बक्सर के रास्ते आरा मुख्यालय पहुचने में 6 घंटे व 150-200 रुपये किराया का भार उठाना पड़ता है। दूसरा जल मार्ग है।

महुली घाट स्थित पीपापुल 8-10 दिन में खोल दिया जाएगा। इसके लिए विभाग ने 20 जून का तिथि निर्धारित कर दिया है। जलस्तर को देखते हुए बढ़ाया या कम किया जाता है।- राकेश मसीह, जेई, बिहार राज्य पुल निगम।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/badhara/news/the-closure-of-peepapul-in-barhara-will-increase-problems-127421638.html

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