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अवैध मस्जिद निर्माण के विरुद्ध याचिका प्रविष्ट करनेवाले अधिवक्ता अभिषेक शुक्ला पर हुए आक्रमण की तुरंत जांच हो ! - हिन्दू विधिज्ञ परिषद

अवैध मस्जिद निर्माण के विरुद्ध याचिका प्रविष्ट करनेवाले अधिवक्ता अभिषेक शुक्ला पर हुए आक्रमण की तुरंत जांच हो ! - हिन्दू विधिज्ञ परिषद


इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव (प्रशासन) अभिषेक शुक्ला को राजरूपपुर के जागृति चौराहे पर अतीक अहमद के गुंडों ने गोलियां चलाकर जान से मारने की कोशिश की, जिसमें अभिषेकजी के हाथ और पैर में 3 गोलियां लगी हैं । अधिवक्ता अभिषेक शुक्ला ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय परिसर में अवैध मस्जिद बनाए जाने के विरुद्ध याचिका प्रविष्ट की थी, जो अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है । इसे लेकर भी अभिषेक शुक्ला जिहादियों के निशाने पर थे । ये केवल किसी अधिवक्ता के ऊपर गोलीबारी की घटना नहीं है; अपितु अधिवक्ता अभिषेक शुक्ला जी ने जो याचिका प्रविष्ट की थी, उसके प्रतिशोध की भावना की आड में आकर यह अमानवीय कृत्य किए जाने की पूरी संभावना है । हिन्दू विधिज्ञ परिषद इस घटना की कडी निंदा करती है । साथ ही, आक्रमणकारी जिहादी गुंडों पर कडी कार्रवाई हो, ऐसी मांग हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर जी के माध्यम से की गई है । 

वैधानिक मार्ग से राष्ट्र एवं धर्म हित का पक्ष रखनेवाले अधिवक्ताआें पर आक्रमण होने की घटनाएं बढ रही हैं । कुछ माह पूर्व महाराष्ट्र के पालघर जिले में हुए साधुआें की निर्मम हत्या के प्रकरण में भी साधुआें का पक्ष रखनेवाले अधिवक्ता दिग्विजय त्रिवेदी के साथ वाहन दुर्घटना हुई । यह दुर्घटना भी संदेहजनक थी । हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ताआें पर जानलेवा आक्रमण होने की घटनाएं होती रहीं, तो अधिवक्ता गण अवैध निर्माण के प्रकरणों को चलाने हेतु आगे नहीं बढेंगे । यह स्थिति समय रहते नहीं रोकी गई, तो भारत को अराजकता की ओर ले जाएगी, इसमें कोई संदेह नहीं । इस स्थिति को रोकने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण समाधान-योजना बनाना अत्यावश्यक है । इस घटनाकी गंभीरता को देखते हुए समस्त अधिवक्ताआें की सुरक्षा तथा सामाजिक सुव्यवस्था की दृष्टि से हिन्दू विधिज्ञ परिषद की निम्नांकित प्रमुख मांगें हैं, 

1. किसी प्रकरण में जैसे साक्षी की सुरक्षा की दृष्टि से कानून हैं, वैसे ही याचिकाकर्ताआें को भी कानूनी सुरक्षा मिले ।2. अधिवक्ता शुक्ला के प्रकरण में घटना स्थल पर जो सीसीटीवी फुटेज है, वह पुलिस प्रशासन तत्काल सावधानी से अपने नियंत्रण में ले और तत्काल उसका योग्य अन्वेषण कर अपराधियों को कठोर दंड दे ।
3. आक्रमणकर्ताआें पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा कानून’ लगाया जाए ।
4. अधिवक्ता अभिषेक शुक्ला को पुलिस संरक्षण दिया जाए । समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्आें की सुरक्षा के लिए भी कठोर कदम उठाए जाएं ।
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