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हार्ट अटैक व ब्रेन हेमरेज के मरीज बढ़े, कोरोना जांच के बाद की जा रही मेजर सर्जरी; सभी बड़े अस्पतालों के आईसीयू फुल

कोरोना के अलावा ठंड की वजह से अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। खासकर बीपी, शुगर, हॉर्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीजों की। बड़े अस्पतालों में आईसीयू में बेड फुल हो गए हैं। मरीजों को आईसीयू के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। हालांकि, शहर के अन्य सरकारी अस्पतालों में भी इलाज की सुविधा है।

मेजर सर्जरी भी हो रही है। लेकिन, अभी कोरोना की जांच जरूरी कर दी गई है। हार्ट संबंधी काेई शिकायत हाे ताे आईजीआईएमएस के कार्डियोलॉजी विभाग या इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में इलाज कराएं। यहां ऐसे मरीजों के लिए बेहतर सुविधा है।
आईजीआईसी: इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में इलाज के साथ दवा भी मुफ्त दी जाती है। यहां कोरोना पीड़ित हार्ट के मरीज के लिए अलग से 20 बेड की व्यवस्था है। आईजीआईसी के इमरजेंसी प्रभारी डॉ. एके झा के मुताबिक इमरजेंसी में 35 बेड की व्यवस्था है। फिलहाल 25 से 35 मरीज राेज इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं। इसमें 10 मरीज हार्ट अटैक के होते हैं। सारी सुविधाएं नि:शुल्क हैं।

आईजीआईएमएस: हार्ट के मरीजाें के लिए यहां 24 घंटे इलाज की सुविधा है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल के मुताबिक सभी विभागों की ओपीडी चल रही है। यहां मरीजों की संख्या 1500 से 1800 है। जटिल सर्जरी भी हो रही है। अभी ब्रेन हेमरेज के 30 मरीज भर्ती हैं। इनमें 12 आईसीयू में हैं। संस्थान में 24 बेड का आईसीयू हैं। सभी बेड फुल हो गए हैं। डॉ. बीपी सिंह के मुताबिक कार्डियक इमरजेंसी में 23 बेड हैं। अक्टूबर में 35 मरीजाें की एंजियोप्लास्टी की गई।

पीएमसीएच: यहां करीब 1875 बेड की व्यवस्था है। हर वक्त 3000 से अधिक मरीज रहते हैं। सेंट्रल इमरजेंसी में 200 बेड है। 23 विभागों की ओपीडी चल रही है। ओपीडी में अभी प्रतिदिन 1500 से 1800 मरीज रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। विभिन्न विभागों के आईसीयू में 60 बेड हैं। इनके बेड हर वक्त फुल रहते हैं। प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी के मुताबिक इमरजेंसी में ब्रेन हेमरेज, हार्ट, सीओपीडी, बुखार के मरीज अधिक आ रहे हैं।

पटना एम्स: यह कोविड अस्पताल घोषित है। यहां कोरोना मरीजों के लिए 450 बेड की सुविधा है। जरूरत पड़ने पर 600 बेड की व्यवस्था की जा सकती है। कोविड अस्पताल होने से यहां अन्य विभागों की चिकित्सकीय सुविधा फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
एनएमसीएच: ओपीडी में प्रतिदिन 1000 से 1100 मरीज आ रहे हैं। अधीक्षक डॉ. विनोद सिंह के मुताबिक मेडिसिन, आई, ऑर्थो, सर्जरी, पेडिएट्रिक्स, गाइनी, साइकेट्री, गैस्ट्रो, यूरोलॉजी, पल्मोनोलॉजी, न्यूरो समेत सभी विभागों के ओपीडी और इंडोर चल रहे हैं। सर्जरी भी शुरू हो गई है। कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड हैं।
न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल
यहां विशेषकर मधुमेह, थायराइड (इंडोक्राइनोलॉजी), हारमोनल बीमारियों से पीड़ितों के इलाज की व्यवस्था है। मधुमेह के ओपीडी में प्रतिदिन 100 से 110 मरीज आ रहे हैं। अस्पताल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार के मुताबिक यहां कोरोना समेत सभी जांच की नि:शुल्क व्यवस्था है।
राजवंशीनगर हड्डी अस्पताल
यहां 100 बेड हैं। निदेशक डॉ. सुभाष चंद्रा के मुताबिक फिलहाल सभी बेड फुल हो गए हैं। 24 घंटे इमरजेंसी की व्यवस्था है। 12 जुलाई से ओपीडी की सुविधा बहाल हो गई है। ओपीडी में प्रतिदिन 100 से अधिक मरीज रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। ऑपरेशन हो रहे हैं। कोरोना जांच की भी व्यवस्था है।



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पीएमसीएच की इमरजेंसी।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/heart-attack-and-brain-haemorrhage-patients-increased-major-surgery-being-done-after-corona-examination-icu-of-all-major-hospitals-filled-127956681.html

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