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मुख्यमंत्री ने की सात निष्चय पार्ट-2 अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना की समीक्षा

मुख्यमंत्री ने की सात निष्चय पार्ट-2 अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना की समीक्षा 

मुख्यमंत्री के निर्देश - 
  • · हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का हमलोगों ने लक्ष्य निर्धारित किया है। 
  • · हर गांव, हर टोले तक सिंचिंत एवं असिंचिंत क्षेत्र तथा जलस्त्रोत एवं कमांड एरिया को चिन्हित करने का कार्य तेजी से करें। जमीनी स्तर पर इसका आकलन करें। 
  • · किसानों से भी इस संबंध में सुझाव लें कि उनके इलाके में किस प्रकार की सिंचाई से उन्हें सहूलियत होगी। 
  • · मौसम के अनुकूल खेती (फसल चक्र) के लिए माइक्रो एरिगेशन, ड्रीप/स्प्रिंकलर एरिगेशन के लिए किसानों को प्रेरित करें। 
  • · भूगर्भ जल संरक्षण के लिए सभी को जागरुक और प्रेरित करते रहें। 


पटना, 08 जनवरी 2021:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में सात निष्चय पार्ट- 2 अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की योजना की समीक्षा की। 

जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री चैतन्य प्रसाद ने हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने को लेकर एक प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण के दौरान उन्होंने कृषि विभाग के सर्वेक्षण से प्राप्त स्थिति, संयुक्त तकनीकी सर्वेक्षण, विभागवार दायित्व (जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ऊर्जा विभाग), स्थल भ्रमण एवं संभावित सिंचाई योजना का चयन, ‘सिंचाई-निश्चय’ मोबाईल एप, सतही जलस्त्रोत पर आधारित योजना, भूगर्भ जल पर आधारित सिंचाई योजना, मुख्यालय स्तर पर तकनीकी सर्वेक्षण कार्य का अनुश्रवण, जिला स्तरीय संयुक्त अनुश्रवण दल आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। 

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का हमलोगों ने लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए हर गांव, हर टोले तक सिंचिंत एवं असिंचिंत क्षेत्र तथा जलस्त्रोत एवं कमांड एरिया को चिन्हित करने का कार्य तेजी से करें। जमीनी स्तर पर इसका आंकलन करें। गांव के लोगों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं एवं सुझावों से अवगत हों। किसानों से भी इसको लेकर सुझाव लें कि उनके इलाके में किस प्रकार की सिंचाई से उन्हें सहूलियत होगी। मौसम के अनुकूल खेती (फसल चक्र) के लिए माइक्रो एरिगेशन, ड्रीप/स्प्रिंकलर एरिगेशन के लिए किसानों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने इस तकनीक को अपनाया है उन्हें कृषि कार्य में लाभ हो रहा है। इससे जल की बर्बादी भी नहीं होती है। भूगर्भ जल संरक्षण के लिए सभी को जागरुक और प्रेरित करते रहें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए ताकि वे किसानों को बेहतर ढंग से कृषि कार्य से संबंधित योजनाओं की जानकारी दे सकें और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने को लेकर प्रेरित कर सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यालय स्तर पर सर्वेक्षण कार्य का अनुश्रवण करें एवं योजना पर तेजी से काम करें। 

बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, लघु जल संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज श्री अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव, जल संसाधन श्री चैतन्य प्रसाद, सचिव, ऊर्जा श्री संजीव कुमार हंस, सचिव लघु जल संसाधन श्री संतोष कुमार मल्ल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, निदेशक कृषि श्री आदेश तितरमारे उपस्थित थे। 
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