म्याऊँ म्याऊँ करके
हे पिटइत कपार,
मूसमार नाम लेकिन
हे दंतचिहार,
बिलाइती कुत्ता से
हे एकरा प्यार,
देख के स्वदेशियन के
बन गेल सियार।
टपक हई मुँहवां से
दिन-रात लार,
हँसी उड़ाव हई
चूहा परिवार।
हाथ-गोड़ मारइत हे
हो के लाचार,
मौसी चिढाव हई
कह के कुँवार।
रजनीकांत।
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com