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केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ0 अजय कुमार मिश्र जी हुए संस्कृत भूषण सम्मान से सम्मानित।

केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ0 अजय कुमार मिश्र जी हुए संस्कृत भूषण सम्मान से सम्मानित।

शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के संस्कृत भाषा साहित्य के सुप्रसिद्ध विद्वान तथा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ0 अजय कुमार मिश्र जी हुए संस्कृत भूषण सम्मान से सम्मानित।

अजय कुमार मिश्रा को  -  ' संस्कृत भूषण सम्मान '
दिनांक  25/08/2021 को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय  के  परिसर के द्वारा  बडे ही धूमधाम  के  साथ अभिमुखी तथा आभासी माध्यमों से  संस्कृत सप्ताह संपन्न हुआ।

इस समापन समारोह तथा  अलंकरण अवसर पर  विशिष्ट अतिथि  तथा संस्कृत उपासक  भरत दाश वैरागी , पतंजलि संस्कृत  संस्थान ,भोपाल  के अध्यक्ष  ,  मुख्य अतिथि प्रो. शशिकांत झा, कुलपति, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय , दरभंगा  तथा वैष्णव देवी मंदिर  ट्रस्ट  ,जम्मू  के अध्यक्ष तथा पूर्व प्राचार्य प्रो विश्वमूर्ति शास्त्री भी  बतौर  सारस्वत अतिथि  के  रुप में मौजूद रहें। श्री वैरागी  ने जहाँ संस्कृत के उज्जवल भविष्य की कामना की वहीं  आचार्य शास्त्री ने कोविड -19 के संदर्भ में संस्कृत की महत्ता की भी  बात उठायी । कुलपति प्रो झा ने साफ किया कि  संस्कृत साहित्य में  ज्ञान विज्ञान का खजाना भरा पडा  है ।अत: यह समय की माँग है कि  इसके दुरगामी  अन्वेषण पर बल दिया जाय  ।
 जाने माने   शिक्षाविद्   निदेशक प्रोफेसर  भानुमूर्ति  ने  कालिदास के संदर्भों को उठाते हुए शिक्षा की मौलिक देन में संस्कृत की युगीनता पर काफी  बल दिया  ।   संस्कृत सप्ताह के कुशल  संयोजक  प्रो सनन्दन कुमार  त्रिपाठी ने  इस उत्सव में आयोजित प्रतियोगिताओं का परिणाम तथा अन्य शैक्षणिक  गतिविधियों की जानकारी भी साझा किया  ।

इस अलंकरण समारोह में  देश के विविध  राज्यों    के विद्वानों  को  उनके संस्कृत के क्षेत्र में  महनीय योगदानों के लिए नवाजा गया। गौरतलब है कि  प्रत्येक वर्ष केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय  परिसर  के द्वारा  " संस्कृत भूषण सम्मान  "   दिया   जाता है  जिसमें पुरस्कृत विद्वानों को सनद, शाल , नारिकेल तथा सुमनहार से अलंकृत   किया जाता है।

श्री वैरागी  ने जहाँ संस्कृत के उज्जवल भविष्य की कामना की वहीं  आचार्य शास्त्री ने कोविड -19 के संदर्भ में संस्कृत की महत्ता की भी  बात उठायी।

कुलपति प्रो झा ने साफ किया कि  संस्कृत साहित्य में  ज्ञान विज्ञान का खजाना भरा पडा  है ।अत: यह समय की माँग है कि  इसके दुरगामी  अन्वेषण पर बल दिया जाय।

समादृत  शिक्षाविद्  प्रोफेसर भानुमूर्ति ने कालिदास के संदर्भों को उठाते हुए शिक्षा की मौलिक देन में संस्कृत की युगीनता पर काफी बल दिया। 

निदेशक ने साफ  तौर पर कहा कि  यह '  संस्कृत भूषण सम्मान  '  जिन विद्वानों मिला है वे अपने आप में काफी सम्मानित हैं। पुरस्कार तो सिर्फ  थोडा रीकोगेनाज करने तथा उत्साह बर्धन के लिए समय समय पर दिया जाता  रहा है।

डॉ0 अजय कुमार मिश्रा को भी  संस्कृत विद्या के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य करने के लिए  सन् 2021 -  ' संस्कृत भूषण सम्मान ' से नवाजा गया । डा0 मिश्रा  ने संस्कृत के आधुनिक साहित्य  को लेकर 05 महत्वपूर्ण स्वतंत्र समीक्षात्मक किताबें  लिखी  है जिनमें  दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रकाशन विभाग तथा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय  ,दिल्ली  से दो का साया हुआ है ।   90 से अधिक  शोध पत्र   'समकालीन  भारतीय साहित्य  ' ,साहित्य अकादमी, ' भाष ' ,केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, दिल्ली,  , ' आजकल  '  , सूचना मंत्रालय ,  ' गांधी- मार्ग  '  तथा  ' संस्कृत - विमर्श ' ,केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय , दिल्ली जैसी लब्धप्रतिष्ठ पत्र  - पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं।  डा0 मिश्रा ने सर्वे आफ इंडियन लिटरेचर ( वार्षिकी) , केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय , दिल्ली  के लिए तकरीबन  800 किताबों की विस्तृत तथा संक्षिप्त वर्ष वार तबसरा  भी की है ।

गौरतलब है कि  डा0 मिश्रा को सन् 2005 में संस्कृत के प्राचीन तथा आधुनिक धाराओं के सहकारी शोध  कार्य करने लिए राष्ट्रपति पुरस्कार -  ' महर्षि बादरायण व्यास सम्मान ' से भी पुरस्कृत किया गया है । साथ ही साथ  अखिल भारतीय विद्वत् परिषद् ,  वाराणसी  द्वारा   भी  इन्हें दो बार पुरस्कार दिया जा चुका है ।

विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रो के. बी. सुब्बरायुडु तथा संमान्य कुलसचिव  आचार्य एस . शर्मा के  प्रति आभार तथा शान्ति मंत्र के साथ  इस साप्ताहिक  संस्कृत उत्सव  तथा शान्ति मंत्र के साथ  इसका  समापन हुआ । ज्योतिषशास्त्र के चर्चित विद्वान् प्रो. हंसधर झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।

अखिल भारतीय शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासंघ की तरफ से शाकद्वीपीय ब्राह्मण विभूति डॉ0 अजय कुमार मिश्र जी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

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