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डासना मंदिर के साधुओं पर प्राणघातक आक्रमण, स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वतीजी को मारने के षड्यंत्र का ही एक भाग है !

हिन्दू संतों पर हो रहे आक्रमण कब रुकेंगे ? - हिन्दू जनजागृति समिति का प्रश्‍न !

डासना मंदिर के साधुओं पर प्राणघातक आक्रमण,
स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वतीजी को मारने के षड्यंत्र का ही एक भाग है !
          उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित ‘डासना मंदिर’ के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वतीजी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचारों के विषय में प्रखर मत प्रस्तुत कर धर्मांधों का षड्यंत्र सामने लाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अब तक उन्हें अनेक बार हत्या की धमकियां मिली हैं । इसी पृष्ठभूमि पर आज स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वतीजी के सहकारी साधु नरेशानंदजी पर डासना मंदिर में घुसकर प्राणघातक आक्रमण किया गया, इस घटना का हिन्दू जनजागृति समिति तीव्र निषेध करती है । वास्तव में यह आक्रमण स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वतीजी को मारने के लिए ही किए जाने की संभावना है । इससे पहले भी कुछ धर्मांधों ने स्वामी यति नरसिंहानंदजी को जान से मारने की धमकी दी थी, साथ ही कुछ मौलवियों ने भी उनके विरोध में फतवे निकाले थे । ऐसे भडकाऊ फतवे निकालनेवाले मौलवी और धमकी देनेवाले धर्मांधों को तत्काल बंदी बनाया जाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने की है ।
          हिन्दू साधुआें पर आक्रमणों की घटना में हुई वृद्धि देखते हुए क्या यह एक राष्ट्रीय षड्यंत्र है ?, इसकी जांच ‘राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण’ को सौंपा जाए तथा स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वतीजी और उनके डासना मंदिर को तत्काल पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए, ऐसी मांग भी समिति ने की है । हमें पूर्ण विश्‍वास है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार निश्‍चित रूप से इस आक्रमण का भंडाफोड करेगी । अन्य समय कथित ‘मॉब लिंचिंग’ की घटनाआें को निमित्त बनाकर हिन्दुआें को आरोपी के कटघरे में खडे करनेवाले ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावादी क्या इस घटना का निषेध करेंगे ?, ऐसा प्रश्‍न भी समिति ने किया है ।
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