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केंद्र सरकार धर्मांतरण के विरोध में राष्ट्रीय कानून बनाएं !

राष्ट्रव्यापी धर्मांतरण बंदी कानून बने !’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद

केंद्र सरकार धर्मांतरण के विरोध में राष्ट्रीय कानून बनाएं !
- महामंडलेश्‍वर आचार्य स्वामी श्री प्रणवानंद सरस्वतीजी महाराज
       ‘सनातन धर्म’ एक महान धर्म है और विश्‍व में इसका कोई पर्याय नहीं । हमारे इसी धर्म पर ईसाई मिशनरी आणि मुसलमान धर्मांतरण के माध्यम से आक्रमण कर रहे हैं । इस धर्मांतरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन निर्माण करना चाहिए, साथ ही इस देश को सुरक्षित करने के लिए सरकार को धर्मांतरण के विरोध में राष्ट्रीय कानून बनाएं और किसी भी प्रकार का धर्मांतरण अवैध घोषित किया जाए, ऐसी मांग इंदौर के श्री अखंडानंद आदिवासी गुरूकुल आश्रम के महामंडलेश्‍वर आचार्य स्वामी श्री प्रणवानंद सरस्वतीजी महाराज ने की । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘राष्ट्रव्यापी धर्मांतरण बंदी कानून बने !’ इस विषय पर आयोजित ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद में वे बोल रहे थे ।


स्वामी प्रणवानंद सरस्वतीजी महाराज ने आगे कहा ‘हमारी वैचारिकता, राष्ट्रीय और सांस्कृतिक चेतना नष्ट करने के लिए अन्य धर्मीय कार्यरत है । वे हमारी संस्कृति, वैज्ञानिक धरोहर, भौतिक शक्ति अपने नियंत्रण में लेने का प्रयास कर रहे हैं । यह विषय केवल धर्मांतरण तक सीमित नहीं, अपितु पूरे भारत को अपने अधीन करने का यह षड्यंत्र है । हमारे पूर्वज अत्यधिक धर्मनिष्ठ थे । कितने भी आक्रमण हुए, तो भी उन्होंने धर्मांतरण नहीं होने दिया । हिंदुओं को उनका आदर्श सामने रख धर्मशिक्षा प्राप्त करनी चाहिए ।’

श्रीक्षेत्र द्वारापुर, धारवाड के श्री परमात्मा महासंस्थानम के श्रीगुरु परमात्माजी महाराज ने कहा ‘पूरे देश में धर्मांतरण कम-अधिक प्रभाव में हैं । प्रतिदिन भारत में २५०० से ३००० हिन्दुआें का धर्मांतरण किया जा रहा है । इसे रोकने के लिए कानून लाना चाहिए । हिन्दू धर्म पर होनेवाले प्रहार रोकने के लिए हिन्दू बंधुओं को आगे आकर सरकार पर दबाव निर्माण करना चाहिए । वर्तमान में टीवी के विविध कार्यक्रमों से हिन्दू धर्म का अपमान किया जा रहा है । हिन्दुओं को इस विषय में सतर्क रहना चाहिए । विविध स्थानों के मंदिरों द्वारा हिन्दुओं को अपने धर्म के तत्त्व, मूलभूत ज्ञान समझाया जाना चाहिए ।’

‘अखिल भारतीय घर वापसी’ संगठन के प्रमुख और भाजपा के छत्तीसगढ प्रदेशमंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि ‘धर्मांतरण एक भयानक षड्यंत्र है । ईसाई मिशनरी सेवा के नाम पर व्यापार कर रही है और हिंदुओं को फंसा रही है । राष्ट्रविरोधी शक्ति देश तोडने के लिए प्रयासरत है । हिन्दुओं ने विशेषत: युवाओं को इसे नष्ट करने के लिए आगे आना चाहिए । हमारे संगठन के माध्यम से धर्मांतरित हुए हिन्दुओं को हिन्दू धर्म में पुन: प्रवेश दिया जाता है और भविष्य में भी हम यह कार्य आरंभ रखेंगे ।’

हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता श्री. मोहन गौडा ने कहा कि ‘कर्नाटक राज्य में धर्मांतरण बंदी कानून न बनें, इसलिए ईसाई मिशनरी प्रयास कर रही है । केवल हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन ही धर्मांतरण बंदी कानून लाने की मांग कर रहे हैं । केवल कर्नाटक ही नहीं; अपितु पूरे देश में धर्मांतरण बंदी कानून बनाया जाएं, इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के साथ कार्य कर रही है । धर्मांतरण हमारे देश को विभाजन की दिशा में ले जा सकता है, यह हमें ध्यान रखना चाहिए । धर्मांतरण का प्रयास जहां किया जा रहा है, उस स्थान पर संवैधानिक मार्ग से विरोध करने के लिए हिन्दुओं को आगे आना चाहिए । सभी ओर कर हिन्दू धर्म का प्रसार करना, धर्मशिक्षा द्वारा अपने धर्माभिमान में वृद्धि करना इनसे ही धर्मांतरण जैसी समस्याएं दूर होंगी ।’

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