Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

नहीं रही अब वो बात पहले की

नहीं रही अब वो बात पहले की

अब बिक गये लगभग सभी पत्र,
बिक गये अधिसंख्य पत्रकार ,
बिककर जी रहे मजे से,
बेफिक्र चला रहे अपनी सरकार। 

अबतक जो भी बिके नहीं,
खा रहे वे दर-दर ठोकर हजार,
दो जून की रोटी नसीब नहीं उनको,
हो गया उनका जीवन बेकार।

नहीं रही अब वो बात पहले की,
जो कभी दिखा करती थी,
पहले थी निर्भीक पत्रकारिता,
जो था समाज का दर्पण,आधार।

पत्रकारिता थी एक मिशन,
राष्ट्र सेवा का था आधार,
नहीं किसी से कुछ लेते थे,
करते थे सपना साकार। 

आज के पत्रकार करते मनमानी,
लगाते हैं अब अपना  दरबार,
करते हैं जो प्रेम-भक्ति उनकी,
छपता खूब उनका समाचार। 
       ------000----
        अरविन्द अकेला
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ