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मोदी ने बनाया काशी को विकास धाम

मोदी ने बनाया काशी को विकास धाम

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

तीन लोक से न्यारी काशी नगरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना चुनाव क्षेत्र बनाकर नव्य-भव्य धाम बना दिया है। सबसे बडी बात यह कि अयोध्या में जहां मस्जिद को तोड़ना पड़ा, वहीं काशी में मस्जिद को बरकरार रखते हुए बाबा विश्वनाथ कारीडोर बनाया गया है। काशी की पहचान गंगा के साथ ही प्राचीन कुंडों और तालाबों को लेकर भी है, जिनका पीएम मोदी ने जीर्णोद्धार कराया है। काशी में अब कचरे से कोयला बनेगा। उत्तर प्रदेश के विकास का प्रमुख स्थल काशी बन गयी है। यहां ड्रोन का भी निर्माण होगा और अध्यात्म की भी सरिता अनवरत प्रवाहित होगी।

उत्तर प्रदेश में चुनावी रण की तैयारी जोरों पर है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए साल में काशीवासियों को कई नई सौगात देंगे। इसमें प्रमुख रूप से कचरे से कोयला बनाने वाले प्लांट और रोपवे परियोजना का शिलान्यास शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी के जनवरी के पहले हफ्ते में वाराणसी आने की संभावना है।फिलहाल तारीख अभी तय नहीं हुई है। उधर, जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। कचरे से कोयला बनाने का प्लांट देश का पहला प्लांट होगा और पायलट प्रोजेक्ट के तहत रमना में स्थापित किया जा रहा है। कचरे से कोयला बनाने का पहला प्लांट रमना में तैयार होगा। एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्लांट निर्माण के लिए नगर निगम ने रमना में 25 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली है। 20 एकड़ में प्लांट निर्माण होगा तो पांच एकड़ में कोयला निर्माण के दौरान निकले अवशेष को निस्तारित करने के लिए वैज्ञानिक विधि से व्यवस्था की जाएगी। काशी में प्लांट की उपयोगिता सिद्ध हुई तो देश के दो अन्य शहरों इंदौर व भोपाल में भी प्लांट निर्माण होगा। इससे पहले इस महीने पीएम मोदी ने काशी आकर 13 दिसंबर को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था। यही नहीं, भाजपा शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम के साथ क्रूज पर बैठकर गंगा आरती देखते हुए अगले दिन सम्मेलन में भी हिस्सा लिया था। वहीं 23 दिसंबर को पीएम मोदी ने 2100 करोड़ की योजनाओं की सौगात देते हुए गोदौलिया और मैदागिन की अत्याधुनिक पार्किंग के बाद बेनियाबाग पार्किंग और पार्क को जनता को समर्पित किया था। गलियों के इस सुंदरीकरण से स्थानीय लोगों में भी खुशी का माहौल है। गलियों का जैसा अब स्वरूप है पहले उन्होंने कभी ऐसा नहीं देखा गया। पहले यहां सीवर बहने के साथ ही गंदगी रहती थी। लेकिन अब पूरी तस्वीर ही बदल गई है। इसके लिए हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं। काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के साथ गलियों से भी है। काशी की इन्ही गलियों को अब क्योटो की तर्ज पर स्मार्ट बनाया गया है। लगभग 68 करोड़ 24 लाख की लागत से वाराणसी के पांच वार्ड की गलियों को हाईटेक बनाया गया है।

इन वार्ड की गलियों में साफ सफाई के साथ ही दीवारों पर आकर्षण पेंटिंग उकेरी गई है जो आपको काशी का अहसास कराएगी।इसके अलावा गलियों में बिछाए गए पत्थर भी बेहद खास है। चिकने गुलाबी पत्थरों की इन गलियों में जब आप बाइक से भी चलेंगे तो आपको हिचकोले नहीं मिलेंगे। स्मार्ट सिटी के जीएम डी वासुदेवन बताते हैं कि प्राचीनता को बरकरार रखने हुए इन गलियों को आधुनिक रूप प्रदान किया गया है। गलियों के इस सुंदरीकरण से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है। गोदौलिया और मैदागिन की अत्याधुनिक पार्किंग के बाद बेनियाबाग पार्किंग और पार्क को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को समर्पित किया है।

काशी को जाम से निजात दिलाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना ने मूर्त रूप ले लिया है। बेनियाबाग व मैदागिन वाराणसी के धार्मिक व व्यापारिक स्थलों के काफी करीब हैं, लेकिन अभी तक इस क्षेत्र में कोई व्यवस्थित पार्किंग नहीं थी जिसके कारण अक्सर पर्यटक और व्यवसाई जाम में फंस जाते थे। बेनियाबाग मैदान में अंडरग्राउंड पार्किंग स्थल बन जाने से देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और पूर्वांचल से आने वाले व्यापारियों की गाड़ियां सुरक्षित पार्क हो सकेंगी। यहां बहुउद्देशीय मैदान भी होगा, जहां जरुरत पड़ने पर हेलीकाप्टर भी उतारा जा सकता है। अंडरग्राउंड पार्किंग के ऊपर 13.5 एकड़ में खूबसूरत पार्क का निर्माण हुआ है। बेनियाबाग मैदान से राष्ट्रीय स्तर के फूटबाल खिलाड़ी निकले है। इसका ध्यान रखते हुए फुटबाल का मैदान रखा गया है। पार्क में खूबसूरत लैंडस्कैपिंग किया गया है। जूडो प्रैक्टिस एरिया, ओपन जिम, चेस गार्डन, एम्यूजमेंट एरिया यानी कई मनोरंजन के साधन युक्त पार्क है। वॉक-वे, वाटर स्पोर्ट्स स्थल, बच्चों को खेलने के लिए आकर्षक झूले, फूड कोर्ट, फ्लावर कोर्ट के अलावा वाटर बॉडी में बोटिंग की भी व्यवस्था रहेगी। ओपन एयर थियेटर, योगा गार्डन, वेंडिंग जोन, ओल्ड ऐज जोन का भी प्रावधान किया गया है। सेंचुरी पार्क बनाया गया है, जिससे दृष्टि बाधित लोग सुगंध व टच से नेचर के विभिन्न फूलों और अन्य चीजों का आनंद ले सकेंगे। इस तरह का गार्डन उत्तर प्रदेश में अपने आप में अनूठा होगा। बेनियाबाग पार्क को जिले के सेंट्रल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है जो शहर का लैंडमार्क जैसा होगा। मार्च 2020 में शुरू हुआ पार्किंग का काम पूरा हो गया है।

महादेव की नगरी काशी की पहचान गंगा के साथ ही यहां के प्राचीन कुंड और तालाबों से है। इनमे से कई ऐसे कुंड और तालाब है जो अपनी पहचान खो रहे थे।काशी के इन्ही कुंड और तालाबों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संजीवनी दी है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत काशी के सोनभद्र और नदेसर तालाब का जीर्णोद्धार किया गया है। 4 करोड़ 40 लाख की लागत से इन दोनों तालाबों को नया रूप दिया गया है, जिससे ये नए पर्यटक स्थल के रूप में अब सामने आए हैं।

गत 23 दिसम्बर वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को इन दोनों तालाबों की सौगात दी है। इन दोनों तालाबों के सौंदर्यीकरण के साथ यहां पार्क का निर्माण किया गया है। दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग और बैठने के लिए आरामदयक चेयर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा नदेसर तालाब पर ओपन जिम,पाथ वे और बच्चों के लिए झूले लगाए गए हैं। सोनभद्र तालाब के सुंदरीकरण के काम से स्थानीय लोगो मे खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगो ने बताया कि सोनभद्र तालाब अपने अस्तित्व को खो चुका था। यहां कूड़े और गंदगी का अंबार था लेकिन अब ये तालाब नए पर्यटन स्थल के रूप में सामने आया है इसके लिए हम लोग तहे दिल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करते हैं। (हिफी)
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