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वनभोज से पारस्परिक प्रेम में बढ़ोतरी व एक दूसरे के सुख-दुख में खड़े रहने की भावना प्रबल होती है |

वनभोज से पारस्परिक प्रेम में बढ़ोतरी व एक दूसरे के सुख-दुख में खड़े रहने की भावना प्रबल होती है |

भारतीय जन महासभा की ओर से जारी विज्ञप्ति के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान परिसर में रविवार 2 जनवरी 2022 को भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई ।
इस बैठक में विचार किया गया कि लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने का काम किया जाए । इसी को लेकर विचार किया गया कि एक वनभोज का कार्यक्रम किया जाए ।भारतीय जन महासभा प्रारंभ से ही देश हित के कार्यों में संलग्न रहती है और आगे भी राष्ट्रहित के लिए लोगों के अंदर राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत हो वैसा कार्य करेगी । बैठक में भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने बताया कि वनभोज का सिलसिला हजारों वर्ष पूर्व से हिंदू संस्कृति का एक हिस्सा रहा है ।वर्षो से लोग अपने इष्ट मित्र और सगे सम्बन्धियों के साथ सामूहिक भोज का आयोजन किया करतें थें , लोग कुछ खाने की वस्तुएं लेकर नदी तट पर जाया करते थे और नदी में स्नान करके फिर मंदिर में पूजा करने के पश्चात् अपने साथ लाये हुए व्यंजनों का भोग भगवान को लगाकर फिर स्वयं ग्रहण किया करते थे । नदी तट पर मंदिरों का होना काफी पहले से सर्वविदित है ।इसीलिए हम लोगों ने वनभोज की परंपरा को फिर से प्रारंभ करने का कार्य किया है ।इस वनभोज में इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि हम लोग अपने घरों से ही व्यंजन बनाकर लाए और सब एक साथ मिलकर ग्रहण करे । वनभोज से पारस्परिक प्रेम में बढ़ोतरी व एक दूसरे के सुख-दुख में खड़े रहने की भावना प्रबल होती है ।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 16 जनवरी (रविवार) को जय प्रकाश उद्यान , आदित्यपुर जिला सरायकेला-खरसावां (झारखंड) में एक वनभोज का कार्यक्रम किया जाएगा साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि सभी लोग अपने साथ अपने घर से कुछ व्यंजन बनाकर लाएंगे ।
इस आयोजन की संयोजक श्रीमती अर्चना बरनवाल ने बताया कि इस वनभोज के दौरान छोटे बच्चों और बड़े बच्चों की खेल प्रतियोगिताएं रखी जाएगी । प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वालों के अलावे सभी प्रतिभागियों को पारितोषिक दिया जाएगा ।श्रीमती बरनवाल ने यह भी बताया कि वनभोज के कार्यक्रम में हम अपने परिवार के सभी सदस्यों को ला सकते हैं साथ ही अपने सगे संबंधियों व मित्र गणों को भी ला सकेंगे । बैठक में उपस्थित लोगों ने अपने और अपने साथ आने वालों की संख्या के बारे में बताया जो कि 40 तक पहुंची । वनभोज में सम्मिलित होने वालों की संख्या में और भी बढ़ोतरी हो सकेगी ।
बैठक के अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती सबिता ठाकुर दीप ने किया ।बैठक में श्री पोद्दार के अलावे श्रीमती अर्चना बरनवाल , श्रीमती भुनेश्वरी मिश्रा , अरुणा देवी , सबिता ठाकुर दीप , अरविन्द बरनवाल एवं बसंत कुमार सिंह आदि उपस्थित थे ।
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