डॉ श्री कृष्ण सिन्हा संस्थान के द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती संस्थान परिसर में मनायी गयी ।

डॉ श्री कृष्ण सिन्हा संस्थान के द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती संस्थान परिसर में मनायी गयी ।

इस शुभ अवसर पर संस्थान के महासचिव डॉ हरि बल्लभ सिंह आरसी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद नास्तिक थे । जब उनकी भेंट राम कृष्ण परमहंस जी से हुई तो परमहंस जी ने कहा कि तुम्हें दीक्षा देंगे । 
तब विवेकानंद ने कहा कि मैं कोई दीक्षा नहीं लूंगा । मुझे ईश्वर के होने का कोई प्रमाण दीजिए , तभी मैं आपकी बात मानूंगा । 
स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने उनको कहा जाओ मां के दर्शन करो । विवेकानंद मंदिर के अंदर गए और फिर बाहर आकर बोले कि वहां तो केवल मूर्ति है , मैं कैसे मान लूं कि ईश्वर है । 
तब परमहंस जी ने कहा कि फिर से जाओ और दरवाजा बंद कर लो और फिर दर्शन करो । 
तब काफी देर हो गई । लगभग आधा घंटा बीत गया और जब  विवेकानंद बाहर नहीं निकले तब परमहंस जी ने दरवाजा खुलवाया और फिर देखा तो विवेकानंद पसीने से लथपथ बेहोशी में पड़े हैं । उनको बाहर लाया गया व उनका पसीना पोंछा गया और उन्हें होश में लाया गया । 
जब विवेकानंद होश में आए तो रामकृष्ण परमहंस जी के चरण पकड़ लिए व कहा कि आपकी इच्छा से मुझे मां ने दर्शन दिए ।
अब आप जैसा कहेंगे , मैं करूंगा ।

कहा कि  जब वह शिकागो में धर्म सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे , तो उन्होंने कहा था 'ब्रदर्स  एंड सिस्टर्स' । विदेशों में इस बात से उन्हें बहुत प्रसिद्धि मिली ।  उन्होंने विश्व के लोगों को भारत के अध्यात्म के बारे में बताया और तब से वे स्वामी विवेकानंद के रूप में जाने जाते हैं ।

इस अवसर पर उपस्थित भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद पूरे विश्व मे काफी प्रसिद्ध हुए ।भारत में उनके नाम से विवेकानंद शिला स्मारक का निर्माण किया गया जो कन्याकुमारी से के पास समुद्र में कई करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है । 
श्री पोद्दार ने बताया कि उन्हें  याद है कि जब हम लोग बहुत छोटे थे उस समय केवल एक रुपैया लोगों से विवेकानंद शिला स्मारक बनाने के लिए मांगा गया था और इस प्रकार आज से लगभग 60 वर्ष पहले सवा करोड़ रुपया इकट्ठा हुआ था और उससे विवेकानंद शिला स्मारक का निर्माण हुआ ।

कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज वह भारत में ही नहीं पूरे विश्व में एक दर्शनीय स्थल के रूप में जाना जाता है ।

इस अवसर पर डॉ हरि बल्लभ सिंह आरसी के अलावे धर्म चन्द्र पोद्दार , श्री कृष्णा पब्लिक स्कूल की प्राचार्या संगीता सिंह , अशोक शर्मा , डॉ श्याम लाल पांडेय , रंजीत शर्मा, संजय सिंह, उत्तम प्रमाणिक, पुनीत शर्मा, आशिष चौधरी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे ।
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