मुख्य ग्रंथी पद ही संदिध मौत का कारण
पटना जिला सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर ने बयान जारी कर मांग की है कि मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह जी की मृत्यु उपरांत श्री हरमिंदर जी गुरूद्वारा के मुख्य ग्रंथी के रिक्त पद पर जत्थेदार को छोड़कर पंच प्यारे में बचे तीन व्यक्तियों में से ही किसी वरिष्ठ व्यक्ति की नियुक्ति होनी चाहिए। गुरूद्वारा की यही परंपरा रही है।
सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर ने बताया कि जब तक गुरूद्वारा के मुख्य ग्रंथी भाई मान सिंह जी रहे तब तक पंजाब के जत्थेदार ग्रंथियों की गुरूद्वारा में नियुक्ति की परंपरा नहीं रही थी। उनके मृत्यु उपरांत ही यह नई परंपरा शुरू हुई है। वैसे भाई मान सिंह जी के बाद मुख्य ग्रंथी के पद पर भाई राजेन्द्र सिंह जी की ही नियुक्ति हुई थी। अब इनके देहान्त के बाद पुनः मुख्य ग्रंथी का पद रिक्त हुआ है। शंका यह भी व्यक्त की जा रही है कि उनकी संदिध मौत का कारण मुख्य ग्रंथी पद ही है।
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