बजट पर दोस्तों ने भी सिकोड़ी नाक
(केशव कांत कटारा-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
- जद (यू) ने कहा बजट से बिहार को मिली निराशा।
- नीतीश ने बजट की तारीफ की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में किसान और कार्पोरेट घरानों समेत कई सेक्टरों को फलने-फूलने का मौका दिया। इसके बावजूद भाजपा के दोस्त जद(यू) को इससे संतुष्टि नहीं है। जद(यू) ने कहा कि बिहार के लिए बजट से जो उम्मीद की गयी थी, उससे निराशा हुई है। हालांकि निर्मला सीमारमण ने गंगा किनारे आर्गेनिक खेती का प्रावधान किया है और भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कई योजनाओं पर बिहार को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बजट की तारीफ की है। उन्हांेने कहा कि पिछले दो वर्षों से देश कोरोना से प्रभावित रहा, फिर भी विषम परिस्थितियों में केन्द्र ने बजट के माध्यम से देश की विकास की गति को बढ़ाने में कदम उठाए हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहली फरवरी को देश के आम बजट 2022-23 को पेश किया, जिसे लेकर बीजेपी के साथ बिहार में गठबंधन सरकार चला रही जेडीयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि इस बजट ने बिहार वासियों को निराश किया है।
आम बजट को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने ‘देश के प्रधान बिहार पर दें ध्यान’ हैशटैग के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, ‘केंद्रीय बजट विकसित राज्यों के लिए ऐतिहासिक, परन्तु बिहार के लिए निराशाजनक है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को अनसुना कर हम सभी बिहारवासियों को निराश किया है।’ वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी आम बजट की आलोचना करते हुए उसे खोखला और पेगासस मुद्दे से ध्यान भटकाने वाला करार दिया। उन्होंने कहा, ‘बेरोजगारी और महंगाई से कुचले जा रहे आम लोगों के लिए इस बजट में कुछ नहीं है। सरकार बड़े शब्दों में खो गई है, जिसका कोई मतलब नहीं है।’
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश किया है। इस बजट से खासतौर पर महिलाओं, किसानों, दलितों और युवाओं पर फोकस किया गया है। साथ ही निर्मला सीतारमण ने कहा कि, सभी का कल्याण ही हमारा लक्ष्य है।
बजट में कहा गया युवाओं को 60 लाख नौकरियां दी जायेंगी। अगले 3 साल में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी। 3 वर्षों के दौरान 100 पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित किए जायेंगे। 1.5 लाख डाकघर कोर बैंकिंग के दायरे में आएंगे। पोस्ट ऑफिस में भी अब ऑनलाइन ट्रांसफर संभव होगा। साल 2022-23 में पीएम आवास योजना के तहत 80 लाख नए घरों का निर्माण किया जायेगा। देश में एक डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाई जाएंगी। 25 हजार किलोमीटर के नेशनल हाईवे का 20,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जायेगा। देश में 5 बड़ी नदियों को जोड़ने के लिए जल संसाधन विकास मंत्रालय की भी मदद से कार्य किया जाएगा।
देश के 75 जिलों में डिजिटल बैंकिंग की शुरुआत की जाएगी। देश के 2022-23 में ई-पासपोर्ट होगा लागू। शहरों के विकास के लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित होगा। वन नेशन, वन रजिस्ट्रेशन योजना होगी शुरू। इससे बिजनेस करने में आसानी होगी। इलेक्ट्रिक व्हिकल इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए प्राइवेट सेक्टर को प्रोत्साहित किया जायेगा
इस प्रकार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 का आम बजट पेश कर किसानों और कॉर्पोरेट घरानों समेत कई सेक्टर के लिए बेहतरीन छूटों के ऐलान के साथ बजट में विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के बारे में भी बताया है। संसद में बजट पेश होने के बाद इसके पक्ष और विपक्ष, दोनों तरफ के सियासी दलों के नेताओं और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इनकम टैक्स स्लैब में किसी तरह के बदलाव की बात इस बजट में नहीं की गई है, जिसके कारण इसे मध्यम वर्ग के लिए फायदेमंद बजट के रूप में नहीं देखा जा रहा है।
बिहार को इस बजट से क्या-क्या हासिल हो सकता है, आइए इन अनुमानों पर एक नजर डालते हैं। यूनियन बजट 2022 में वित्त मंत्री ने राष्ट्रीय स्तर पर हाईवे विस्तार, गंगा किनारे ऑर्गेनिक खेती, 3 साल में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने जैसी कई योजनाओं का ऐलान किया है। हालांकि ये योजनाएं पूरे देश के लिए हैं, लेकिन बिहार को इसका सीधा लाभ मिलता दिख रहा है। चूंकि बिहार में पहले से ही राष्ट्रीय राजमार्ग विस्तार और भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कई योजनाओं पर काम चल रहा है। बजट 2022 में इन मदों में नए ऐलानों के साथ बिहार के प्रोजेक्ट्स में तेजी देखने को मिल सकती है। बिहार से हर साल बड़ी संख्या में लोग शिक्षा और रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं। इसलिए बिहारवासियों का ध्यान रेल बजट पर ज्यादा रहता है। वित्त मंत्री ने इस बजट में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। दिल्ली से वाराणसी के बीच यह ट्रेन चल रही है। साथ ही वाराणसी से पटना और उससे आगे हावड़ा तक के रेल रूट पर भी ट्रेन-18 चलाने का पहले ही ऐलान किया जा चुका है। ऐसे में अब जबकि बजट-2022 में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है, तो उम्मीद है कि जल्द ही बिहार के महत्वपूर्ण रेल रूटों पर भी यह अत्याधुनिक ट्रेन दौड़ने लगे। बजट में की गई एक और महत्वपूर्ण घोषणा से बिहार को सीधा लाभ मिल सकता है। वह है गंगा नदी के किनारे ऑर्गेनिक खेती। बिहार में हालांकि नदी किनारे खेती की व्यवस्था पहले से चली आ रही है। बिहार के बक्सर से लेकर झारखंड में गंगा के प्रवेश द्वार तक नदी किनारे खेती होती रही है। प्रदेश की राजधानी पटना से सटे हाजीपुर में गंगा नदी के किनारे केले की खेती इसका उदाहरण है लेकिन, बजट में गंगा किनारे ऑर्गेनिक खेती की घोषणा के बाद प्रदेश के किसानों को लाभ मिल सकता है। बिहार के कई जिलों से होकर गंगा नदी गुजरती है, वहां ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा मिलने से बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सकती है। आम बजट को जल संसाधन मंत्री संजय झा ने भी अच्छा करार दिया है। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे खेती को बढ़ावा देना अच्छी बात है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बजट को अच्छा बताया लेकिन उन्हीं की पार्टी के नेता की प्रतिक्रिया लोगों को हैरान कर रही है। (हिफी)
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