Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

हिन्दी पखवाड़ा

हिन्दी पखवाड़ा

राष्ट्र का सम्मान करना चाहिए,
निज धरा का मान करना चाहिए। 
सीखिये भाषाएँ बोली सारे विश्व की,
मातृभाषा पर अभिमान करना चाहिए। 

मातृ भाषा संस्कृति का मूल है,
राष्ट्र भाषा गौरव के अनुकूल है। 
जिसे न गर्व राष्ट्रभाषा-मातृभाषा पर,
वह मनुष्य राष्ट्र  के प्रतिकूल है। 

हिन्द की राष्ट्र भाषा हिंदी की बात हो,
तमिल, मलयालम, कोंकण का साथ हो। 
बोलियाँ हमारी संस्कृति को समृद्ध करें,
सभी राजभाषाओं पर भी हमें नाज हो। 

डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ