Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

जयशंकर ने चीनी समकक्ष से की अहम चर्चा

जयशंकर ने चीनी समकक्ष से की अहम चर्चा

(हिफी डेस्क-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

  • अजीत डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से कहा जब तक वास्तविक नियंत्रण सीमा से चीनी सेना नहीं हटेगी तब तक कोई बात नहीं

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब 2 साल से जारी गतिरोध के कारण व्याप्त तनाव के बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत दौरे पर आए हैं। चीनी विदेश मंत्री ने शुक्रवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात की। इसके साथ ही उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात कर चीन और भारत के मुद्दों पर अहम चर्चा की है। एस जयशंकर ने यह साफतौर पर कहा कि उनकी चीन के विदेश मंत्री के साथ क्वाड को लेकर कोई बात
नहीं हुई है।
चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ मेरी बातचीत अभी-अभी समाप्त हुई है। ये मुलाकात करीब 3 घंटे तक चली और खुले और स्पष्ट तरीके से एक व्यापक मूल एजेंडा पर बात हुई। हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की जो अप्रैल 2020 में चीनी कार्रवाई के बाद से बाधित हुए हैं।’ एस जयशंकर ने कहा कि 1993-96 के समझौतों के उल्लंघन के मद्देनजर बड़ी संख्या में सैनिकों की उपस्थिति को देखते हुए चीन के साथ हमारे वर्तमान संबंध सामान्य नहीं हैं। चीनी विदेश मंत्री से वार्ता के बाद एस जयशंकर ने कहा कि इस दौरान हमें मौका मिला कि हम अफगानिस्तान और यूक्रेन समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचारों का आदान प्रदान करें। उन्होंने कहा, ‘अगर मौजूदा स्थिति की बात करें तो अभी काम चल रहा है।
जयशंकर ने कहा, ‘जब तक एलएसी पर बड़ी सैन्य तैनाती है, तब तक सीमा पर स्थिति सामान्य नहीं होगी। अभी भी कुछ जगहों पर विवाद है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी आज से भारत दौरे पर हैं। इस दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री को साफ लहजे में कह दिया है कि जब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा से चीनी सेना नहीं हटाई जाएगी, तब तक दोनों देशों के बीच कोई बात नहीं हो सकती। डेढ़ घंटे तक चली इस बातचीत के दौरान भारत ने कहा है बॉर्डर क्षेत्र के बचे हुए इलाके में जल्द और पूरी तरह से सेना को हटाए जाने की जरूरत है, ताकि द्विपक्षीय संबंध स्वाभाविक रास्ते पर आ सकें। वार्ता के दौरान भारत ने शांति की बहाली के लिए राजनयिक, सैन्य स्तर पर सकारात्मक बातचीत जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया है। अजीत डोभाल ने वांग यी से कहा है कि सुनिश्चित किया जाए कि कार्रवाई समान और परस्पर सुरक्षा की भावना का उल्लंघन नहीं करती है। एक ही दिशा में काम करें और बकाया मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाएं। इस बीच चीन के विदेश मंत्री ने अजीत डोभाल से बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए चीन का दौरा करने का न्योता दिया है। इसपर डोभाल ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह तत्काल मुद्दों को सफलतापूर्वक हल करने के बाद चीन की यात्रा कर सकते हैं। डोभाल ने यह भी कहा कि मौजूदा हालात किसी के भी हित में नहीं हैं और शांति से ही दोनों का एक दूसरे के प्रति विश्वास जागेगा। अजीत डोभाल और वांग यी ने पूर्वी लद्दाख में तनाव को कम करने को लेकर जुलाई 2020 में फोन पर लंबी बातचीत की थी। भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में गतिरोध का हल निकालने के लिए उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता भी कर रहे हैं। दोनों पक्षों ने बातचीत के बाद कुछ स्थानों से अपने सैनिक वापस भी बुलाए हैं।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ