यह होली रहनी चाहिए
कल हम रहें या नहीं रहें,
यह होली रहनी चाहिए,
नहीं टूटे यह प्रेम भाईचारा,
सभी धर्म की टोली रहनी चाहिए।
यह होली रहनी...।
ईश्वर ने दी प्रकृति को हरियाली,
उसीने दी कालिमा काली,
नहीं रहे निराश कभी कोई,
जीवन में हंसी-ठिठोली रहनी चाहिए।
यह होली रहनी...।
नीला,काला,पीला ईश्वर ने बनाया,
लाल,गुलाबी उसी ने सजाया,
अपना जीवन भले हीं रहे रंगहीन ,
चहुँओर रंगोली रहनी चाहिए।
यह होली रहनी...।
आपस में भले हो मतभेद,
पर दिलों में नहीं हो कोई छेद,
नहीं रखें दिल में कोई कटुता,
मूंह में मीठी बोली रहनी चाहिए ।
यह होली रहनी...।
-----0----
अरविन्द अकेला,पूर्वी रामकृष्ण नगर-पटना-27हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें|
हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews
https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com