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यह होली रहनी चाहिए

यह होली रहनी चाहिए 

कल हम रहें या नहीं रहें,
यह होली रहनी चाहिए,
नहीं टूटे यह प्रेम भाईचारा,
सभी धर्म की टोली रहनी चाहिए।
      यह होली रहनी...।

ईश्वर ने दी प्रकृति को हरियाली,
उसीने दी कालिमा काली,
नहीं रहे निराश कभी कोई,
जीवन में हंसी-ठिठोली रहनी चाहिए।
      यह होली रहनी...।

नीला,काला,पीला ईश्वर ने बनाया,
लाल,गुलाबी उसी ने सजाया,
अपना जीवन भले हीं रहे रंगहीन ,
चहुँओर रंगोली रहनी  चाहिए।
      यह होली रहनी...।

आपस में भले हो मतभेद,
पर दिलों में नहीं हो कोई छेद,
नहीं रखें दिल में कोई कटुता,
मूंह में मीठी बोली रहनी चाहिए ।
       यह होली रहनी...।
          -----0----
        अरविन्द अकेला,पूर्वी रामकृष्ण नगर-पटना-27
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