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क्या कह कर गये थे...

क्या कह कर गये थे...

आज और कल में क्या है अंतर
और आने वाले कल में क्या होगा। 
क्या इंसान इंसान को समझेगा
और अपनी इंसानियत जिंदा रखेगा। 
या एक दूसरे को ही वो 
अपना शिखार बनायेगा। 
क्या इसकी भविष्य वाणी कोई 
कल और आज में कर करेगा।। 

स्नेह प्यार मोहब्बत का मतलब 
सबसे ज्यादा पशु-पक्षी समझते है। 
जो कल भी और आज भी 
 इंसानो से ज्यादा अच्छे होते है। 
इसलिए तो इंसान आज कल 
घरो में कुत्ता बिल्ली... रखते है। 
जो उसे इंसानो से ज्यादा 
शायद वो इंसान लगते है।। 

कैसे हम आप कहा सकते है
की इंसान इंसान पर भरोसा...। 
इसे बेहतर तो वो जानवर है
जो एक-दूसरे पर अन्त तक..। 
ऐसा इस युग में हमें आज
देखने को बहुत मिल रहा है। 
इंसान को घर के बाहर रखते है
और कुत्ते बिल्ली को अपने साथ।। 

जो राम कृष्ण और ऋषि मुनि 
अपने युग के अंत में कह गये थे। 
की आने वाला कल बहुत ही 
अलग तरह का होगा। 
जिसमें इंसान इंसान का शिकार करेंगे
और पशु-पक्षी घरो में राज करेंगे। 
जो आज हमें हकीकत में 
वर्तमान में देखने को मिल रहा है।। 

जो कुछ मैं देखता और सुनता हूँ
वही अपनी लेखनी में लिखता हूँ। 
और समाज को आईना दिखाने की
मैं पूरी पूरी कोशिश करता हूँ। 
इसमें कहाँ तक सफल और असफल
मैं अपनी लेखनी पर होता हूँ। 
इसका परिणाम मुझे पाठको की
प्रतिक्रियाओं से मिलता रहता है।। 

चैत्र नवरात्रि की अष्टमी की आप सभी को बहुत बहुत बधाई और शुभ कामनाएं। 

जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
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