धरती से भी जेष्ठा
---:भारतका एक ब्राह्मण.संजय कुमार मिश्र'अणु'
----------------------------------------
आंखों में करुणा,
बोली में आपनत्व
जिसके पांव तले,
नतमस्तक देवत्व।।
रग-रग में ममत्व,
त्याग की पराकाष्ठा।
तप की प्रतिमूर्ति,
धरती से भी ज्येष्ठा।।
उत्सर्गमय जीवन,
ज्योतिर्मय पथप्रदर्शक।
शीतलता की छांव,
कर्म,शील,गुण,वर्द्धक।।
जो करती है हमेशा,
आशीष प्रदान।
स्तुति करते हैं सब-
कहकर जननी महान।।
आओ करें सम्मान,
आज है मातृ दिवस।
मेरे हित जो हर पीडा,
सह लेती है हस-हस।।
----------------------------------------
विश्व मातृ दिवस को समर्पित!
----------------------------------------वलिदाद,अरवल(बिहार)804402.
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com