Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

POSH के बारे में जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से हुआ "तीसरा वार्षिक कॉन्क्लेव और पुरस्कार समारोह"

POSH के बारे में जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से हुआ "तीसरा वार्षिक कॉन्क्लेव और पुरस्कार समारोह"

जितेन्द्र कुमार सिन्हा
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, दिल्ली में चैंबर ऑफ प्रोफेशनल्स की पहल पर पिंक एंड ब्लू-सिम्बियोटिक लिविंगपॉश (जो निवंधित एनजीओ है) ने "तीसरा वार्षिक कॉन्क्लेव और पुरस्कार समारोह" शनिवार को आयोजित किया।


उक्त कार्यक्रम का आयोजन करने का उद्देश्य POSH के बारे में समाज में जागरुकता पैदा करना है। ताकि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए पॉश इलाको के पेशेवरों और सरकारी प्राधिकरण, कानून प्रवर्तन प्राधिकरण, संस्थान और कॉर्पोरेट के बीच एक संवाद को कारगर किया जा सके।


पिंक एंड ब्लू-सिम्बियोटिक लिविंगपॉश ऐसे प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करता है जो सीखते हैं, लोगों की सेवा करते हैं और उन्हें सशक्त बनाते हैं और कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम के बारे में जागरूकता पैदा करते हैं।


उक्त अवसर पर कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सचिव जदयू के राजीव रंजन प्रसाद ने लोगों को सम्बोधित करते हुए पिंक एंड ब्लू के प्रयासों की सराहना की और पेशेवरों को ग्रामीण क्षेत्रों में भी पीओएसएच के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया।


गेस्ट ऑफ ऑनर भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री शाजिया इल्मी ने महिलाओं को आगे आने और यौन उत्पीड़न के बारे में खुलकर बोलने के लिए प्रोत्साहित किया।


पहल की अध्यक्ष अधिवक्ता सीएस रितु गोयल ने अपने जीवन के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यौन उत्पीड़न की रोकथाम से खुशहाल और भय मुक्त कार्यस्थलों का निर्माण किया जा सकता है जिससे समग्र राष्ट्र का निर्माण हो सके।


पिंक एंड ब्लू-सिम्बियोटिक लिविंगपॉश के अध्यक्ष सीएस अवनीश श्रीवास्तव ने दर्शकों को सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियों के बारे में पुरुषों और महिलाओं के बीच जागरूकता पैदा करने के महत्व के बारे में बताया और उन्होंने प्रोत्साहित किया कि हर कोई अपने घर से जागरूकता शुरू करे और इसे समुदाय में फैलाने के लिए आगे बढ़े।


उक्त अवसर पर 400 से अधिक कंपनी सचिव, अधिवक्ता, उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।


भारतीय प्रशासनिक सेवा के सोनल गोयल ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र में भी POSH जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है।


उत्तर पूर्वी दिल्ली के आईपीएस संजय कुमार सेन ने बताया कि POSH के तहत आंतरिक शिकायत तंत्र की मदद से लोग छोटे-छोटे उत्पीड़न के मामलों में पुलिस कार्यवाही से बच सकते हैं।


आईईएस श्वेता सत्या ने अपनी जीवन यात्रा साझा की और बताया कि कैसे उन्होंने यौन उत्पीड़न का सामना किया।


अधिवक्ता अजयिंदर सांगवान ने POSH अधिनियम का पालन न करने पर दंड की जानकारी दी। पूर्व अध्यक्ष आईसीएसआई सीएस नेसार अहमद ने यौन उत्पीड़न के सामाजिक भय को हम कैसे दूर कर सकते हैं इस पर चर्चा की।


सीएस रंजीत पांडे ने पॉश शिक्षा को लेकर आईसीएसआई की योजनाओं की जानकारी दी। इसके अतरिक्त सीएस केके सिंह, सीएस प्रवेश खेतरपाल, सीएस अनुमेहा सोनी ने पेशेवरों के साथ बातचीत की और उन्हें सभी के लिए कार्य भागीदारी के अधिक अवसर पैदा करने के बारे में बताया।

पिंक एंड ब्लू-सिम्बियोटिक लिविंगपॉश ने चुनौतियों के बीच सफलता हासिल करने वाली 20 प्रेरक महिलाओं को प्रेरक महिला पुरस्कार प्रदान किया। साथ ही, पिंक और ब्लू के 45 प्रमाणित पॉश प्रशिक्षकों को इस अवसर पर प्रशिक्षकों के प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। सभी पेशेवरों ने POSH के बारे में जागरूकता पैदा करके और बेहतर और सुरक्षित कार्यस्थल बनाकर समाज की सेवा करने का संकल्प लिया।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ