इजराइल में नफ्ताली बेनेट की सरकार का गठबंधन टूटने से राजनीतिक संकट बढ़ा

इजराइल में नफ्ताली बेनेट की सरकार का गठबंधन टूटने से राजनीतिक संकट बढ़ा

तेल अवीव। इजराइल में एक बड़ा राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। नफ्ताली बेनेट के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर चुकी है। देश में चार साल से कम समय में पांचवीं बार आम चुनाव होने जा रहे हैं। अक्टूबर के आखिर में चुनाव हो सकते हैं। इजराइली पीएम नफ्ताली बेनेट के साथ एक डील के तहत विदेश मंत्री यायिर लैपिड आने वाले कुछ दिनों के लिए देश की सत्ता संभालेंगे।

20 जून को नफ्ताली बेनेट और यायिर लैपिड संसद भंग करने के लिए सहमत हो गए। कई हफ्तों से ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि इजराइल का सत्तारूढ़ गठबंधन टूट सकता है। एक संयुक्त बयान में बेनेट और लैपिड ने अपने दलों के बीच गठबंधन को तोड़ने की जानकारी दी। इसमें कहा गया कि दोनों संसद भंग करने के लिए एक विधेयक लेकर आएंगे और अक्टूबर में चुनाव होने की उम्मीद है।

बेनेट सरकार पहले ही अल्पमत में थी और उसके पास विपक्ष से सिर्फ एक सीट ज्यादा थी। बेनेट सरकार के पक्ष में 60 जबकि विरोध में 59 सांसदों ने वोट किया था। अब यायिर लापिद ने भी अलायंस से बाहर आने का फैसला किया है। इजराइल में दो साल में चार सरकारें अल्पमत में रहीं और इसी वजह से चुनाव भी हुए। रिपोर्ट के मुताबिक, 8 पार्टियों के गठबंधन में शामिल यूनाइटेड अरब लिस्ट फिलिस्तीन के मामले पर बेनेट सरकार से नाराज है। फिलिस्तीनी बस्तियों को लेकर इसका पहले भी सरकार से टकराव था। इस पार्टी का कहना है कि बेनेट सरकार फिलिस्तीन बस्तियों में यहूदियों को जगह दे रही है और यह अरब मूल के लोगों के साथ नाइंसाफी है।
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