Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

जब-जब आती हाथों में" दिव्य रश्मि"

जब-जब आती हाथों में" दिव्य रश्मि" 

अरविन्द अकेला
जब जब आती हाथों में "दिव्य रश्मि",
खिल जाता मेरा घर,आँगन,द्वार,
तन-मन मेरा पुलकित हो जाता,
हर्षित होता मेरा संसार। 
      जब-जब आता...।

"दिव्य रश्मि पत्रिका" बहुत है पुरानी,
पाठकों के लिए यह नहीं अंजानी,
रंग-रूप,शानदार हैं इसके,
जिससे लगता यह जानदार। 
     जब-जब आता...।

देश-दुनियाँ की छपती इसमें खबरें ,
साहित्य,अध्यात्म पर इसकी नजरें ,
लिखते लेखक आलेख, विचार इसमें,
जो हैं राष्ट्रीय स्तर के पत्रकार।
     जब-जब आता...।

संपादक इसके राकेश दत्त मिश्र हैं,
जिनकी लेखनी है शानदार,
संपादकीय ये धारदार लिखते हैं ,
मिलता इन्हेँ पाठकों का प्यार। 
     जब-जब आता ...।
        
मैं कवि "अकेला" इसका पाठक,
रखते हम इस पत्र से  सरोकार,
इसमें मेरे लेख,विचार छपते,
जिससे मिलती हमें यश-कीर्ति अपार।
      जब-जब आता...।
        ----0---
    अरविन्द अकेला,पूर्वी रामकृष्ण नगर,पटना-27
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ