Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

दर्शन से धन्य हुये

दर्शन से धन्य हुये

गुरु विद्यासागर के 
दर्शन से हम। 
मानों आज हमसब
हो गये धन्य। 
गुरु विद्यासागर के 
दर्शन से हम।
मानों आज हमसब
हो गये धन्य। 
गुरु विद्या सागर के 
दर्शन से हम।। 

जिसे भी मिले दर्शन 
विद्या गुरु के। 
मानव जीवन उनका
सफल हो गया। 
कलयुग में भी देखो
सतयुग जैसे मुनिवर। 
चलते फिरते तीर्थंकर 
कहते लोग उन्हें।। 
गुरु विद्यासागर के 
दर्शन से हम। 
मानों आज हमसब
धन्य हो गये।। 

चारों दिशाओं में 
ऐसे मुनिवर। 
बहुत कम हमें 
देखने को मिले। 
त्याग और तपस्या की
वो एक मिसाल है। 
साक्षात जैसे वो 
सबके भगवान है।। 
गुरु विद्यासागर के 
दर्शन से हम। 
मानों आज हमसब
हो गये धन्य।। 

मुझे जैसे ही मिला
गुरुवर का आशीर्वाद। 
मानों आत्मा में मेरे
कमल खिल गया। 
ना अपनी रही सुध तब
और न कुछ और दिखा। 
बस गुरुवर का चेहरा ही
मुझे दिखता रहा।। 
गुरु विद्यासागर के 
दर्शन से हम। 
मानों आज हमसब
हो गये धन्य।। 

बुंदेखण्ड की देखो
काया बदल दी। 
प्राचीन मंदिरों को
फिरसे जिंदा करवा दिया। 
बच्चे बूड़े जवानो को 
बहुत कुछ करवा दिया। 
जहाँ से वो अपने 
मार्ग को चुने।
और आत्म कल्याण
इस पथ पर चलकर करे।। 
गुरु विद्यासागर के 
दर्शन से हम। 
मानों आज हमसब
हो गये धन्य।। 

जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ