पूर्व विधायक की गिरफ्तारी से संदेश
(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
जनता में यह धारणा है कि कानून तो आम जनता के लिए है, बड़े लोगों पर उसका कोई प्रभाव नहीं, बहुत हद तक यह सही है। सामान्य व्यक्ति के वाहन से किसी को चोट लग जाए तो आसपास के लोग तो उसे पीटेंगे ही, पुलिस भी पकड़कर किनारे ले जाएगी और उसकी जेब में जो कुछ होगा, उसे निकलवाकर छोड़ देगी। मामला ज्यादा गंभीर हुआ तो गाड़ी को थाने में ले जाकर हवालात में बंद कर देगी। यही वारदात कोई रसूखदार करे तो पुलिस का व्यवहार बिल्कुल बदल जाएगा। यह एक उदाहरण भर है। नेताओं, अफसरों को गिरफ्तार करना तो दूर, उनके खिलाफ थाने में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं होती। ऐसे मामलों में कई बार रिपोर्ट दर्ज कराने वालों की थाना परिसर में ही पिटाई की खबरें देखने-सुनने को मिली हैं। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की पुलिस ने अवैध खनन के मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया तो यह अच्छा संदेश देने वाली कार्रवाई है। भगवंत मान ने अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की है। अपराध करने वाला कोई भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पंजाब से यह संदेश पूरे देश में पहुंचे तो बेहतर होगा। भगवंत मान ने भ्रष्ट नेताओं की एक सूची बना ली है।
आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिनों पूर्व पंजाब में अपनी सरकार को बेहद ईमानदार और तीन महीने में भ्रष्टाचार के खिलाफ बिना हिचक के कड़े फैसले लेने वाली बताया था। उनके इस बयान के बाद अब पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट नेताओं की लिस्ट तैयार कर ली गई है जिन्होंने अपना खजाना भरने के लिए राज्य को लूटा। कांग्रेस के एक पूर्व विधायक को अवैध खनन के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया है।
सीएम भगवंत मान गत दिनों बरनाल के भदौड़ में संगरूर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आप उम्मीदवार गुरमेल सिंह के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जनता से कहा कि सरकार ने ऐसे भ्रष्ट नेताओं की एक सूची तैयार की है जिन्होंने सिर्फ अपना खजाना भरा है। उन्होंने कहा कि हमने कई लोगों को जेलों में बंद कर दिया है और कुछ लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ऐसे लोगों के खिलाफ ऐसे सख्त कदम उठाएंगे कि उन्हें जमानत न मिल सके। ऐसे भ्रष्ट लोगों ने आपके टैक्स के पैसे खा लिए हैं। हम उनसे वापसे लेंगे और आप पर खर्च किए जाएंगे। बस मुझे कुछ वक्त चाहिए। भगवंत मान ने पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का हवाला देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता भ्रष्टाचार में इतने आगे निकल गए कि अपने लालच के लिए राज्य की ऑक्सीजन भी बेंच दी। हम पंजाब में पेड़, पानी और जमीन बचाने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन हमसे पहले यहां उन्होंने राज्य के पेड़ और ऑक्सीजन को ही बेच दिया। वे भूल जाते हैं कि उन्हें भी इसी पेड़ से ऑक्सीजन लेनी है। भदौड़ में अपने संबोधन के दौरान मान ने कहा कि हर दिन धमकियां मिलती हैं। लोगों को यह बात स्वीकार ही नहीं है कि एक आम आदमी मुख्यमंत्री के पद पर बैठ गया और सिर्फ सीएम ही नहीं बना बल्कि वह राज्ये के निर्णय भी ले रहा है। भगवंत मान ने कहा कि पहले की सरकारों में जिन मंत्रियों ने गलत काम किया है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। उन लोगों के खिलाफ जांच एजेंसियों से जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई भी होगी।
फिलहाल पंजाब पुलिस ने अवैध खनन मामले में भोआ से कांग्रेस के पूर्व विधायक जोगिंदर पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी की पुष्टि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण सैनी ने की। मामले में तारागढ़ थाने में खान एवं खनिज अधिनियम की
धारा 21 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। सीएम भगवंत मान ने कहा है कि कांग्रेस के और तीन-चार पूर्व मंत्रियों के भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की आशंका है लेकिन बिना सबूतों के उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। पाल 2017 से 2022 तक भोआ (आरक्षित) विधायक रहे थे और हाल के विधानसभा चुनाव में उन्हें कृषि मंत्री लाल चंद कटारुचक ने 1,200 मतों से हराया है।पुलिस ने एक शिकायत के बाद खनन किरियां गांव में कृष्णा क्रशर पर छापा मारा था। पुलिस ने तीन ट्रक खनन सामग्री, एक क्रेन और एक ट्रैक्टर-ट्रेलर जब्त किया था। प्राथमिकी को उस छापे का नतीजा माना जा रहा है क्योंकि पाल का परिवार कृष्णा क्रशर यूनिट में भागीदार है। पंजाब में विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारने के बाद राज्य कांग्रेस की हालत बहुत ही ज्यादा खराब हो गई है। वर्तमान में कांग्रेस के चार पूर्व मंत्री स्टेट विजिलेंस की रडार पर हैं, जबकि एक पूर्व मंत्री जेल में हैं जो रोड रेज मामले में हत्या का दोषी होने की सजा काट रहे हैं। कांग्रेस के चार पूर्व मंत्री ऐसे हैं जो हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का चोला पहन चुके हैं जबकि पंजाब कांग्रेस के एक पूर्व अध्यक्ष ने काफी पहले 50 साल बाद कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा की गोद में बैठ गया।
कांग्रेस की कैप्टन सरकार के कार्यकाल में वन मंत्री रहे साधू सिंह धर्मसोत भ्रष्टाचार के आरोप में न्यायिक हिरासत के तहत जेल में बंद हैं। पूर्व मंत्री संगत सिंह के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज है और मामले की जांच चल रही है। इसके बाद विजिलेंस ठेकदारों की शिकायत पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में हुए 2000 करोड़ रुपए के टेंडरों के कथित घोटाले में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की भूमिका की भी जांच कर रही है। पूर्व कांग्रेस मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा भी भी सरकारी भूमि बेचने के मामले में जांच के दायरे में हैं। इसके अलावा मान ने अब दोबारा तीन से चार मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है।
वर्तमान में चल रही विजिलेंस की भ्रष्टाचार जांच से अब यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस लिस्ट में पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का नाम भी शामिल है? दरअसल सीएम भगवंत मान ने यह बात ऐसे समय में कही है, जब राज्य के दो पूर्व वन मंत्रियों की विजिलेंस जांच चल रही है। इनमें कैप्टन सरकार के समय वन मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत न्यायिक हिरासत के चलते जेल में बंद हैं, जबकि चन्नी सरकार के समय में वन मंत्री संगत सिंह गिलजियां से विजिलेंस की पूछताछ जारी है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के करीबी सलाहपुर निवासी पूर्व सरपंच इकबाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि इस पूरे मामले में चल रही जांच की आंच पूर्व सीएम चन्नी को भी झेलनी पड़ सकती है। दो पूर्व मंत्रियों धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में यह बताया गया था कि गांव में लगभग 50 फीट गहरे गड्ढे खोदे गए थे और क्षेत्र में 40 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन किया गया था। अधिकारियों ने पूर्व मंत्री गिलजियां के कार्यकाल के दौरान ट्री गार्ड्स के खरीद रिकॉर्ड की मांग भी की है।
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