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होमियोपैथी चिकित्सा में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु होमियोपैथिक रत्न अवार्ड से सम्मानित हुए डॉ. एच. के रंजन

होमियोपैथी चिकित्सा में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु होमियोपैथिक रत्न अवार्ड से सम्मानित हुए डॉ. एच. के रंजन

संवाददाता मुकेश कुमार का रिपोर्ट
पटना :- पटना में डॉक्टर्स डे पर होमियोपैथिक रत्न सम्मान जी बिहार झारखण्ड न्यूज चैनल के द्वारा माध्यम से कराया गया जिसका आयोजन बर्नेट होमियोपैथिक कम्पनी द्वारा किया गया था, जिसके एम. डी डॉ. नितिश दुबे हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अगले एक-दो महीने में 3270 आयुष चिकित्सकों की बहाली करेंगे जिसमें 950 से अधिक होम्योपैथी के चिकित्सक होंगे। इस कार्यक्रम में बिहार और झारखण्ड के सुप्रसिद्ध होमियोपैथिक चिकित्सकों का सम्मान किया गया जिसमें छपरा जिला के इसुआपुर रहने वाले डॉ. एच. के रंजन को होमियोपैथी चिकित्सा में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु होमियोपैथिक रत्न अवार्ड से सम्मानित किया, जिसमें उनकी पत्नी चिकित्सक डॉ. पुष्पा रंजन भी शामिल थी। डॉ. एच. के. रंजन होमियोपैथिक दवाओं द्वारा अपने क्लिनिक पर गठिया, सायटिका, चर्मरोग, माईग्रेन, किडनी स्टोन जैसे कई बीमारियों को होमियापैथिक दवा द्वारा सफलतापूर्वक ठीक करते हैं।
डॉ. एच. के. रंजन ने कहा कि होमियोपैथिक दवा एक ऐसा दवा है जो बिना साइड इफेक्ट किए बीमारी को जड़ से खत्म किया जाता है। आज कल जितने भी पढ़े- लिखे व्यक्ति हैं वो होमियोपैथिक दवाओं को इस्तेमाल कर रहे हैं और पूरे परिवार में अगर कोई भी बीमार होते हैं तो सबसे पहले होमियोपैथिक दवा लेते हैं और उसके सेवन से स्वस्थ होते हैं। हम लोगों से यह संदेश देना चाहते हैं कि होमियोपैथिक दवा देर से काम नहीं करती है। हम लोग होमियोपैथिक डॉक्टर के पास देर से जाते हैं। बीमारी को पूरा बिगाड़ कर जाते हैं तो होमियोपैथिक ईलाज में देर लगता है। हम आपको यह विश्वास दिलाते हैं कोई भी बीमारी के शुरूआती दौर में होमियोपैथिक दवा लिया जाए तो वह रोग तुरंत ठीक हो जाएगा।
डॉ. रंजन ने कहा कि होम्योपैथी में उन बीमारियों का इलाज भी संभव है, जिन्हें लाइलाज समझा जाता है। यह ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जहां रोगी मानसिक व शारीरिक दोनों रूप से स्वास्थ्य लाभ पाता है।
कोरोना काल में भी होम्योपैथी से लोगों को अच्छे परिणाम मिले और होम्योपैथी की ख्याति भी बढ़ गई।डॉ. रंजन ने अवसाद, कैंसर, गठिया, शुगर जैसी बीमारियों में होम्योपैथी चिकित्सा पर अपनी बात कहते हुए कहा कि इन बीमारियों में होम्योपैथी असर कारक साबित हो रही है। गंभीर बीमारियों में यदि मरीज शुरुआती दौर में होम्योपैथी का इलाज लें तो उसे ऑपरेशन की नौबत नहीं आएगी और वह पूरी तरह ठीक हो जाएगा। हर बीमारी का इलाज होम्योपैथी में है, मरीज समय रहते जागरूक हो जाए तो वह पूरी तरह ठीक हो सकता है।
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