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गोरी गावे गीत

गोरी गावे गीत

         ---:भारतका एक ब्राह्मण.
           संजय कुमार मिश्र 'अणु'
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आएल बदरा
लेके लहरा
बरस रहल हे अबकी सावन
भरल तलइया घर ले आंगन
बोल रहल हे बहरी दादुर
नभ में नाच रहल हे बादुर
छम-छम छएल बूंदाबांदी
बइठ पठरुआ करs हे पागुर
चिरईं चुनमुन करे चुमावन
उड रहल हल खेत में धुरी
इंदर कएलन असरा पुरी
तन हरसायल मन बउरायल
आएल चुरा हरीअर चुडी
गोरी गावे गीत मनोहर
आएल सावनसाजन पावन
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वलिदाद,अरवल(विहार)८०४४०२.
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