Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

राखी रिश्तो का त्योहार

राखी रिश्तो का त्योहार

भाई बहनों का प्यार,
राखी रिश्तो का त्योहार, 
प्रेम के कच्चे धागों से, 
राखी बंधवाईये।

सदियों पुरानी प्रीति, 
रिश्तो में अमृत घोले, 
नेह डोर बंधकर, 
त्यौहार मनाइए।

मस्तक तिलक लगा, 
कलाई बांधती राखी, 
संकट में भ्राता निज,  
 वचन निभाइये।

नेह की डोर लेकर, 
आपस में बांधे राखी, 
सद्भावों के फूल खिला, 
रिश्ते महकाइये।

रमाकांत सोनी नवलगढ़
जिला झुंझुनू राजस्थान

प्रस्तुत की गई रचना स्वरचित व मौलिक है तथा अप्रकाशित है।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ