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आ गया रक्षा का बंधन

आ गया रक्षा का बंधन

आ गया रक्षा का बंधन, 
रक्षाबंधन का अनुपम त्योहार,
बहना बाँधती राखी भैया को,
भाई देता आशीष हजार।
      आ गया रक्षा का  बंधन...।

यह अनुपम संस्कार सनातन का,
इसमें छिपा पवित्र सद्विचार,
भाई-बहन के रिश्तों को यह जोड़ता,
देता रिश्तों को पवित्र आधार।
       आ गया रक्षा का  बंधन... ।

कुमकुम,चंदन,इस पर्व को भाते,
राखी कलाई की शोभा बढ़ाते,
आज खुश है देवों का  देवलोक,
देखकर भाई-बहन का प्यार। 
     आ गया रक्षा का बंधन...।

राखी सिर्फ धागा नहीं है,
इसमें छिपा उत्तम संस्कार,
भाई देता एक बचन बहना को,
तेरी रक्षा का लेता हूँ मैं भार।
       आ गया रक्षा का  बंधन...।

आज खुश सभी भाई-बहना,
दोनों समाज के रत्न व गहना,
भाई-बहन को खुश रखना हे ईश्वर,
देना दोनो को खुशियाँ बेशुमार।
      आ गया रक्षा का  बंधन...।

आज अनुपम कलाई है भाई का,
अनुपम लग रहा अपना घर-द्वार ,
आज हर्षित सपरिवार हमारा,
हर्षित यह सारा संसार। 
       आ गया रक्षा का  बंधन...।
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      अरविन्द अकेला,पूर्वी रामकृष्ण नगर,पटना-27
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