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"चलो करे आराम"

बाबा आरामदेव की शुभ वाणी  (हास्य व्यंग)

 "चलो करे आराम"

 आज करे सो काल कर 
काल करे सो परसो,
इतनी भी क्या जल्दी है
जब जीना है बरसो।

जब जीना है बरसो
क्यों करें हम काम,
थोड़ी देर मिल कर
चलो करे आराम।

चलो करें आराम
भूला कर सारे टेंशन,
पापा को तो घर बैठे
मिल रही है पेंशन।

मिल रही है पेंशन
निकल रहा सब खर्चा,
फिर क्यों करें हम
ज्यादा इस पर चर्चा।      

ज्यादा इस पर चर्चा
मत करो तुम सारे,
कमरे में तुम जा कर
सो जाओ मेरे प्यारे।

सो जाओ मेरे प्यारे
नींद को ना अब तरसो,
खूब आराम करना है
जब जीना है बरसो।
✍सुमित मानधना 'गौरव', सूरत 😎
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