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मुरलीवाले तु सुन

मुरलीवाले तु सुन

मुरलीवाले तु सुन,कुछ मेरी भी धुन,
मैं भी तेरी तरह,मुरली बजाने लगी,
धुन बनाने लगी,गुनगुनाने लगी,
गीत गाने लगी,मन बहलाने लगी।
        मुरलीवाले तु सुन...।

मुरलीवाले तु सुन,कुछ मेरी भी गुण,
मैं भी तेरी तरह,दोस्त बनाने लगी,
गौ चराने लगी,माखन खाने लगी
मुस्कुराने लगी,दिल बहलाने लगी।
       मुरलीवाले तु सुन...।

मुरलीवाले तु सुन,कुछ मेरे अवगुण,
मैं तो तेरी माया में,अब आने लगी
खुब इतराने लगी,इठलाने लगी,
तेरी बांसुरी में सुध बिसराने लगी।
       मुरलीवाले तु सुन...।

मुरलीवाले तु सुन,कर दे मेरा सगुन,
मैं मीरा की तरह,तुम्हें चाहने लगी,
प्यार जताने लगी,दिल से लगाने लगी,
मैं तेरे प्यार में,अब खो जाने लगी।
        मुरलीवाले तु सुन...।
         -----00--‐-
     अरविन्द अकेला,पूर्वी रामकृष्ण नगर,पटना-27
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