चीन में विरोधियों को भेजा जाता है पागलखाना
बीजिंग। चीन विरोध की आवाजों को दबाने के लिए अपने मानसिक अस्पतालों का प्रयोग जेल की तरह कर रहा है। एक अधिकार समूह का कहना है कि चीन में बिना किसी तय प्रक्रिया के कार्यकर्ताओं को मानसिक अस्पतालों में डाला जा रहा है। यहां डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मी अधिकारियों के साथ मिलकर सरकार विरोधी लोगों को सजा देते हैं। बीजिंग के अधिकारी दशकों से देश के सायक्रेट्रिक अस्पतालों का प्रयोग राजनैतिक कैदियों को सजा देने के लिए कर रहे हैं। ऐसे अस्पतालों को अंकांग कहा जाता है। स्पेन के एक एनजीओ की तरफ से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2010 के दशक की शुरुआत में हुए सुधारों के बावजूद यह प्रक्रिया जारी है। सुधारों के बाद मेडिकल सहमति और चीन के मानसिक सहायता सिस्टम पर कोर्ट की निगरानी बढ़ा दी गई थी। इस रिपोर्ट का अधिकतर डेटा पीड़ितों और उनके परिवारों के इंटरव्यूज से और चीनी नागरिक अधिकार एनजीओ की तरफ से ऑनलाइन प्रकाशित डेटा से प्राप्त हुआ है।
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