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लोक चेतना युवा मंच ने अमृत सरोवर का निर्माण प्रारम्भ किया |

लोक चेतना युवा मंच ने अमृत सरोवर का निर्माण प्रारम्भ किया |

केंद्र की ओर से हर संसदीय क्षेत्र में 75-75 सहित कुल 6000 सरोवर बनाए जाने हैं तो राज्य सरकार हर गांव पंचायत में दो-दो सरोवर बनाएगी। प्रदेश में 58189 ग्राम पंचायतें हैं, ऐसे में कुल एक लाख 16 हजार 378 अमृत सरोवर बनेंगे।
भारत में आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है, जिसमें देश और देशवासियों की उन्नति के लिए भारत सरकार द्वारा अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इन्हीं योजनाओं के तहत केंद्र सरकार द्वारा अमृत सरोवर योजना पूरे देश में चलाई जा रही है, जिसमें बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए छोटी और बड़ी झीलों का निर्माण किया जा रहा है. यह योजना पर्वतीय इलाकों के लिए वरदान साबित हो सकती है, जो यहां पर्यटन को बढ़ाने के साथ-साथ सिंचाई, प्राकृतिक जल स्रोतों को रिचार्ज करने और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आय बढ़ाने का काम करेगी. इस योजना में झारखंड में मिशन अमृत सरोवर के तहत तालाबों का निर्माण प्रारम्भ किया जा रहा है |
ज्ञात हो की हर जिले में कम से कम 75 सरोवरों (तालाबों) का निर्माण या पुनरुद्धार किया जा रहा है। जनभागीदारी से इन्हें धरोहर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए हर जिले में कम से कम 75 सरोवरों (तालाबों) का निर्माण या पुनरुद्धार किया जा रहा है। जनभागीदारी से इन्हें धरोहर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक सरोवर के लिए उपभोक्ता समूह (यूजर ग्रुप) का गठन किया जाएगा, जिस पर सरोवर के जल के उपयोग और उसके रखरखाव की जिम्मेदारी होगी। ये जानकारी ग्रामीण विकास के सचिव डॉ मनीष रंजन ने मिशन अमृत सरोवर के क्रियान्वयन की जानकारी सभी उपायुक्तों एवं उप विकास आयुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दी। उन्होंने कहा कि अमृतमय वर्षा जल को सहेजने के उद्देश्य से शुरू किए गए 'मिशन अमृत सरोवर' के अंतर्गत मनरेगा से जारी राशि या अन्य योजनाओं के अभिसरण से राज्य के प्रत्येक जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवरों (तालाबों) के निर्माण या जीर्णोद्धार की कार्यवाही शुरू हो गई है। मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि मिशन अमृत सरोवर में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने और सम्पूर्ण प्रक्रिया के दस्तावेजीकरण के लिए अतिरिक्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रत्येक अमृत सरोवर के लिए एक 'जल उपभोक्ता समूह' का गठन किया जाएगा। यह समूह सरोवर के निर्माण की अवधारणा से लेकर उसके पूरा होने और बाद में उसके उपयोग तक परियोजना से जुड़ा रहेगा। इस उपभोक्ता समूह पर वृक्षारोपण सहित अमृत सरोवर के उपयोग और रखरखाव की जिम्मेदारी होगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में, जेएसएलपीएस सीईओ सूरज कुमार, संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह ग्रामीण विकास विभाग व अन्य शामिल रहे।विभाग की ओर से कहा गया है कि अमृत सरोवर का दस्तावेज़ीकरण वीडियो और लेखन (राइट-अप) प्रारूप, दोनों में तैयार किया जाएगा। दस्तावेजीकरण में जन जागरुकता, स्थल चयन, आधारशिला (नींव) रखना, कार्यान्वयन के चरण, जन भागीदारी, वित्तीय विवरण, अभिसरण विवरण, पानी का उपयोग (सिंचाई, जलीय जीवपालन आदि), लागत लाभ अनुपात और अमृत सरोवर के अन्य पहलुओं को शामिल किया जा सकता है। वर्षा जल संरक्षण, भू-जल स्तर में वृद्धि, सिंचाई एवं मत्स्य पालन जैसे बहुआयामी उद्देश्यों को लेकर शुरू किए गए।

ग्रामीण विकास विभाग के सचिव डॉ मनीष रंजन ने बतायाकि अमृत सरोवर के निर्माण में मिशन अमृत सरोवर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसकी जानकारी सभी उपायुक्तों को दी गई है। कम से कम एक एकड़ क्षेत्रफल में बनाए जाने वाले अमृत सरोवर के लिए चिह्नितीकरण में उन गांवों को प्राथमिकता देनी है जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी या शहीदों से संबंधित हों। मिशन में नागरिकों की सहभागिता बढ़ाने के लिए स्वाधीनता सेनानियों या उनके पारिवारिक सदस्यों या आजादी के बाद शहीद हुए सैनिकों के परिजनों या पद्म पुरस्कार से सम्मानितों द्वारा अमृत सरोवर के कार्य का शुभारंभ कराया जाएगा।

मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने बतायाकि अमृत सरोवर की आधारशिला रखने, कार्यस्थल पर नीम, पीपल, बरगद जैसी प्रजाति के वृक्षों का पौधरोपण करने एवं प्रत्येक स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का नेतृत्व संबंधित गांव के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी या उनके परिवार के सदस्य, शहीद के परिवार या पद्म पुरस्कार से सम्मानित स्थानीय व्यक्ति के द्वारा कराया जाएगा। यदि अमृत सरोवर के निर्माण के लिए चयनित गांव में ऐसा कोई नागरिक उपलब्ध नहीं है, तो उस ग्राम पंचायत के सबसे वरिष्ठ नागरिक के द्वारा यह कार्य कराया जाएगा।

राज्य में कुल 1017 सरोवरों का निर्माण हो रहा है, जिसमें झारखण्ड जिले में 73 अलग-अलग ग्रामीण इलाकों में झीलें बनाई जा रही हैं. इसी कड़ी में आज आजादी के अमृत महोत्सव के मिशन अमृत सरोवर के तहत ग्राम-उपरपावरा ,पंचायत -कशीदा ,प्रखंड -घाटशिला में अमृत सरोवर निर्माण का उद्घाटन भूमिपूजन के साथ ग्राम के बुजुर्ग श्री तरनी सिंह दवरा किया गया ,विदित हो की अमृत सरोवर का निर्माण लाभुक -झुना सबर ,विमल सबर ,मंगल सबर एवं सकुल सबर के कृषि योग्य बंजर भूमि पर किया जा रहा है| लोक चेतना युवा मंच अध्यक्ष श्री शशि भूषण प्रसाद ने कहा कि झारखंड जल छाजन योजना के तहत परीयोजना क्षेत्र घाटशिला एवं धालभूमगढ़ में कूल 3 अमृत सरोवर का निर्माण कराया जाएगा एवं पूर्वी सिंहभूम जिला में कूल 75 एवं पूरे राज्य में 2009 अमृत सरोवर निर्माण/ जीर्णोद्धार का लक्ष्य रखा गया हैअमृत सरोवर कहां बनना है इसकी सूची(BISAG-N) Bhaskaracharya National Institute Of Space Application and Geomatics-National द्वारा सर्वे के आधार पर दिया गया है साथ ही जल छाजन परियोजना के तहत पूरे राज्य में 28 परियोजना क्षेत्र चिन्हित किया गया है जिसमें लोक चेतना युवा मंच जमशेदपुर को पूर्वी सिंहभूम जिला के घाटशिला एवं धालभूमगढ़ के कूल 28 ग्रामों में जल छाजन परियोजना का क्रियान्वयन 5 वर्षों में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है इस योजना में वर्षा जल संचय, जमीनी जल स्तर वृद्धि तालाब डोबा निर्माण,पशु पालन, वृक्षारोपण एवं ग्राम के किसानों को तकनीकी रूप से उन्नत कृषि का प्रशिक्षण 5 वर्षों तक दिया जाएगा| इस उद्घाटन समारोह में जिला परिषद् सदस्य श्रीमती देवयानी मुर्मू ,मुखिया -तरामुनि मुंडा ,,ग्रामप्रधान ,पिया लोक चेतना युवा मंच ,के श्री शशि भूषण प्रसाद ,एवं WDT सदस्य उपस्ति थे .
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