तुलसी जयंती पर छंद
राम नाम सौरभ से
तृप्त करने के हेतु
लाल हुलसी का
पारिजात है सुमन है
यो तो गुणगान की है
सीमा न बनाई गयी
फिर भी न जाता
और किसी ओर मन है
निर्गुण सगुण का
मानस समन्वय और
पाप-पुण्य का तो
सॅग-सॅग दरशन है
जिसने बचाया
उपवीत को शिखा को जय
ऐसे कवि पुंगव को
वंदन नमन है
*
~ जयराम जय
पर्णिका,11/1, कृष्ण विहार आवास विकास
कल्याणपुर,कानपुर-208017(उ प्र)हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें|
हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews
https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com