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राज्यपाल ने ‘‘मोदी / 20 @ सपने हुए साकार’’ पुस्तक का लोकार्पण किया

राज्यपाल ने ‘‘मोदी / 20 @ सपने हुए साकार’’ पुस्तक का लोकार्पण किया

पटना, 12 सितम्बर, 2022 को महामहिम राज्यपाल श्री फागू चैहान ने राजभवन के दरबार हाॅल में ‘‘मोदी / 20 @ सपने हुए साकार’’ नामक पुस्तक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह पुस्तक भारत एवं एक सौ तीस करोड़ भारतवासियों के लिए श्री नरेन्द्र मोदी जी के उन संकल्पों, प्रतिबद्धताओं और कार्यों की एक महान गाथा है, जिसे विभिन्न क्षेत्रों के ख्यातिलब्ध महानुभावों ने अपने अनुभवों तथा देश एवं समाज के परिवर्तित वातावरण में अपनी सुखद अनुभूतियों के आधार पर लिखा है।
राज्यपाल ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी जी द्वारा विगत 20 वर्षों में किये गये कार्यों की पृष्ठभूमि में उनकी कठोर तपस्या, त्याग तथा कठिन संघर्षों की एक लंबी श्रृंखला है। इसने भारत एवं भारतवासियों के हर समस्या के प्रति उन्हें इतना संवेदनशील बना दिया कि उन्होंने इनके समाधान के लिए अपना जीवन पूर्णरूपेण समर्पित कर दिया।
आमजन के साथ श्री नरेन्द्र मोदी जी के जीवंत संवाद की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक देशवासी को ऐसा महसूस होता है कि उसके प्रधानमंत्री उससे रोज बात करते हैं तथा उसकी समस्याओं को समझकर उनके समाधान के लिए हर क्षण प्रयत्नशील रहते हैं। कभी वह ‘चाय पे चर्चा’ करते हैं तो कभी ‘परीक्षा पे चर्चा’ कर देश के लाखों किशोर-किशोरियों का मनोबल बढ़ाते हैं। उनकी ‘मन की बात’ सुनकर ऐसा लगता है मानों वह करोड़ों देशवासियों के मन की चिन्ताओं, भावनाओं और आकांक्षाओं को अभिव्यक्त कर रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भारत में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया है। वह जनता की समस्याओं के समाधान में जन भागीदारी पर भरोसा करते हैं। उनके द्वारा लिये गये निर्णयों में मानवीय स्पर्श, जवाबदेही, पारदर्शिता और जीवन बदलने के लिए समर्पण की झलक मिलती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने युवाओं को राय देने के लिए प्रोत्साहित किया तथा उनसे जुड़ने के लिए डिजिटल मीडिया की क्षमता का इस्तेमाल किया। उन्होंने युवाओं को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रणाली प्रदान करने हेतु शिक्षकों और छात्रों की क्षमता निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर काम किया। वह स्वयं भी युवाओं की तरह सोचते और कार्य करते हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा महिला सशक्तीकरण के लिए किये गये प्रयासों की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर में शौचालय और विद्यालयों मंे लड़कियों के लिए अलग शौचालय का निर्माण कराकर महिलाओं के सम्मान तथा उज्ज्वला योजना को लागू कर उनके स्वास्थ्य की रक्षा की है। राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं को नौकरियों में अधिक अवसर, विकास और उद्यमिता के समान अवसर, मातृ एवं शिशु सुरक्षा, तीन तलाक के विरूद्ध कानून आदि के माध्यम से महिलाओं का सशक्तीकरण हुआ है। जन-धन योजना सहित वित्तीय समावेशन की विभिन्न योजनाओं से बड़ी संख्या में महिलाएँ लाभान्वित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा-370 को समाप्त कर सही अर्थों में जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया। उन्होंने भारत के सांस्कृतिक गौरव को भी पुनर्जीवित किया है। काशी विश्वनाथ गलियारा, चार-धार परियोजना, वैष्णो देवी मंदिर के लिए रेल संपर्क, करतारपुर शाही काॅरिडोर को चालू किया जाना आदि इसके उदाहरण हैं। उन्होंने स्वयं अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि भावी पीढ़ी भारतीय मूल्यों से अवगत हो सके। राज्यपाल ने कहा कि मोदी जी भारत की समृद्ध संस्कृति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करते रहे हैं। उन्होंने विदेशी नेताओं को भारत के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण भी कराया है। उन्होंने योग को वैश्विक आंदोलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर भारत के प्रधानमंत्री के रूप में जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण, वन्य जीवन का संरक्षण और स्वच्छ इंधन तथा नवीकरणीय ऊर्जा वाले राष्ट्र के रूप में भारत को रूपान्तरित करने की सार्थक पहल की है।
उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी में आपदा को अवसर में बदलने की अद्भुत क्षमता है। उन्होंने भारत में कोविड महामारी का प्रबंधन अत्यंत प्रभावी ढंग से किया। मार्च, 2020 में लागू पहला लाॅकडाउन उनका एक साहसिक निर्णय था, जिसके तहत उन्होंने अर्थव्यवस्था को होनेवाले अस्थायी नुकसान के बजाए नागरिकों की सुरक्षा और जीवन को प्राथमिकता दी। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का संचालन किया।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखी। उन्होंने भारतीय परिवारों को श्र।ड (जनधन, आधार और मोबाईल) प्लेटफार्म से जोड़कर भारत के कल्याणकारी संरचना को सुदृढ़ किया।
उन्होंने कहा कि निर्धनता का स्वास्थ्य से सीधा संबंध है, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने ‘आयुष्मान भारत’ के तहत समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को 5 लाख रूपये सालाना तक का मुफ्त स्वास्थ्य कवच दिया। हमारे समाज के वंचित वर्ग के लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति के उद्देश्य से उन्होंने सामाजिक सुरक्षा के अनेक कार्यक्रम शुरू किये।
राज्यपाल ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश के लिए एकीकृत कर प्रणाली, वस्तु एवं सेवा कर (जी॰एस॰टी॰) की शुरूआत की, जो भारत के आर्थिक एकीकरण के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि जब कभी भारतीय संकट में फँसे हैं, प्रधानमंत्री ने अभियान चलाकर उन्हें बचाया है। विदेशों में रह रहे भारतीयों के बीच भी वह काफी लोकप्रिय हैं।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री भारत की विदेश नीति में सकारात्मक बदलाव लाये हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में उनका दृष्टिकोण राष्ट्रवादी विचारधारा और एक मजबूत भारत के निर्माण की रणनीतिक दीर्घकालिक दृष्टि से प्रेरित है। सर्जिकल स्ट्राइक सहित ऐसे अन्य अवसरों पर प्रधानमंत्री ने बहुत स्पष्ट निर्णय लिया है।
लोकार्पण समारोह को माननीय सांसद डाॅ॰ संजय जायसवाल ने भी संबोधित किया। धन्यवाद-ज्ञापन राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री राॅबर्ट एल॰ चोंग्थू ने किया।
उल्लेखनीय है कि लोकार्पित पुस्तक ‘‘मोदी / 20 रू सपने हुए साकार’’"MODI @ 20 : DREAMS MEET DELIVERY"  नामक पुस्तक का हिन्दी संस्करण है। गुजरात के मुख्यमंत्री एवं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विगत 20 वर्षों में किये गये कार्यों पर आधारित इस पुस्तक में 20 से अधिक अध्याय हैं, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों के ख्यातिलब्ध लोगों यथा- पी॰वी॰ सिन्धु, शोभना कमिनेनी, सुरजीत एस॰ भल्ला, अमीश त्रिपाठी,
अमित शाह, प्रदीप गुप्ता, अनंत नागेश्वरन, अरविन्द पनगढ़िया, डाॅ॰ शमिका रवि, उदय एस॰ कोटक, अजय माथुर, अनुपम खेर, अशोक गुलाटी, डाॅ॰ देवी शेट््टी, नंदन निलेकणी, नृृपेन्द्र मिश्र, सद््गुरू, सुधा मूर्ति, अजित डोभाल, मनोज लडवा, भरत बराई् एवं डाॅ॰ एस॰ जयशंकर ने लिखा है। पुस्तक की प्रस्तावना स्व॰ लता मंगेशकर द्वारा लिखी गयी है।

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