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बेमौसम वार्ड 62-66 की गलियों में नहर का नजारा जनता बेहाल, अधिकारी बेखबर

बेमौसम वार्ड 62-66 की गलियों में नहर का नजारा जनता बेहाल, अधिकारी बेखबर

पटनासिटी, 18 सितंबर। पटना जिला सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर ने कहा कि नगर निगम की उपेक्षा, पाषदों की उदासीनता और दबंगों द्वारा नाले के ऊपर वृक्षारोपण के कारण दो वार्डों की लगभग तीन हजार कि आबादी को बेमौसम गलियों में लगे दूषित जल से होकर गुजरना पड़ रहा है। मामला पटना नगर निगम के वार्ड संख्या 62 और 66 का है।
श्री कपूर ने आज यहां कहा कि तख्त श्री हरिमंदिर से प्रतिदिन हजारों गैलन पानी नाली में डिस्चार्ज किया जाता है। घरों से जो निकलता है सो अलग। सारा का सारा पानी बरास्ता हरिमंदिर गली, बड़ा गली और कचौड़ी गली होकर दरीबावाज बहादुर लेन के जरिये मंगल तालाब पानी टंकी के सामने गुरु गोविंद पथ में बड़े नाले में मिलता है। इस बीच इस हाथी डूबाव नाले को ऊपर से ढक दिया गया और दिरा-रामचंद्र गोप पथ में अवैध रूप से नाले के ऊपर ही पेड़ लगाए दिया गया जिसकी जड़ें नाला के भीतर फैल कर बहाव में अवरोध पैदा कर रही है। श्री कपूर ने कहा कि श्री गुरूगोबिन्द सिंह महराज जी 350वीं शताब्दी बर्ष के समय पटना सिटी में किए गए विकास की विनाश लीला का खामियाज़ा तख्त हरिमंदिर जी के ईर्द गिर्द की जनता नित्य भुगत रही है। नई बोरिंगों से आने वाली कीचड़ युक्त गंदा पानी पीने की अभिशप्त जनता अब नाली के वहने वाले गंदे पानी के बीच चलने को मजबूर है। यह विकास 2017से लगातार 2019 तक तीन बर्षों तक हुआ।गंदे पानी के निकास की पुरानी व्यवस्था खत्म कर जमीन अन्दर से पानी के निकास की व्यवस्था की गई और यह गलियों से लेकर मुख्य वहाव मार्ग गुरूगोबिन्द पथ के बड़े नालों तक को ढक कर किया गया था।जिस कारण गलियों से लेकर सड़क मार्ग पर आये दिन जल जमाव देखने को मिलता है।
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