Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मन में मैल हो तो

मन में मैल हो तो

तन पर कपड़ा है
पर मन में मैल। 
तो कैसे आयेगी शांति
आपके मन के अंदर। 
करो आत्म मंथन स्वंय का
तब खुदको पहचान पाओगें। 
और अपने मानव रूप को 
निश्चित ही समझ जाओंगे।। 

संगत और विचारो का
बहुत महत्व होता है। 
खान पान का जीवन में
बहुत महत्व होता है। 
कहने और करनी का भी
बहुत महत्व होता है। 
इसलिए मानव का आधार
उसका आचरण ही होता है।। 

दान धर्म बहुत किया तूने
पर अहंकार को नहीं छोड़ा। 
इसलिए सेवा भक्ति में 
सफल नहीं हो पाये तुम। 
किया जो कुछ भी तुमने
बस अबतक नाम के लिए।
जिसके चलते न ला पाए
नम्र भाव अपने अंदर।। 

बहुत सुना और पढ़ा  है
महान पुरुषों के जीवन को। 
सब ने संयम धारण करके
सत्य अहिंसा को चुना था। 
तभी प्रगति के पथ पर
वो निरंतर चल पाये। 
और आत्म कल्याण करके
सारे जग को राह दिखाये।। 

जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ