उम्र से पहले

उम्र से पहले

उम्र से पहले बुढ़ापा आ गया, लगने लगा है,
पिज्जा बर्गर मोमोज जब से, लगने लगा है।
देर उठना देर सोना और असंयमित आचरण,
खान पान सब दूषित हुआ है, लगने लगा है।
खो गये संस्कार, संस्कृति भी बिसरने लगी,
स्वार्थ सब पर हावी हुये अब, लगने लगा है।
अर्थ हुआ प्रधान जगत में, रिश्तों का आधार,
मानवता आधार भी अर्थ तब, लगने लगा है।

अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ