मैं भारत की बेटी हूँ..
संस्कारों की नीव जमाती, हर पल आगे बढ़ती जाती,
वेद ऋचाओं में भी मैं हूँ, आज गगन में पैर जमाती।
नहीं किसी से हेठी हूँ, मैं भारत की बेटी हूँ।
मात पिता की सेवा करती, सास ससुर के मन भाती,
नन्हे- नन्हे कोमल मन पर, ममता का संसार लुटाती,
ज्ञान दीप की ज्योति हूँ, मैं भारत की बेटी हूँ।
लक्ष्मी सरस्वती और पार्वती, देवी जैसा मान भी पाया,
धरती अम्बर और अनल तक, विजय ध्वज मैंने फहराया,
ममता की अनुभूति हूँ, मैं भारत की बेटी हूँ।
सीता जैसी पतिव्रता हूँ, राधा जैसी प्रेम दीवानी,
जब-जब संकट पड़ा देश पर, लक्ष्मी हूँ झाँसी की रानी,
अंग्रेजों की काल कटी हूँ, मैं भारत की बेटी हूँ।
इंदिरा जैसी सत्ता शीर्ष पर, कल्पना सी पहचान बनी हूँ,
साहित्य में महादेवी हूँ, हर घर की मैं रानी हूँ,
शिक्षा के दीप जलाती हूँ, मैं भारत की बेटी हूँ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com