इंसानियत..
चिराग जलते हैं मय्यतों पे उनकी,
गैरों की जीवन जिसने रोशन किया है।
खुद की खातिर जो जिया इस जहां में,
अंधेरों ऩे फकत घोंसला वहाँ किया है।
खुदा के बन्दो कुछ ऐसा कर दिखाओ,
इन्सां मे इंसानियत के रंग कुछ मिलाओ।
जुदा कर न पाए कोई लहू को लहू से,
इंसानियत की ऐसी महफ़िल सजाओ।
जियो इस जहां मे, जीने दो गैरों को,
महावीर का पैगाम दुनिया मे फैलाओ।
अमन और मोहब्बत के दीपक जलाकर,
नफरत के अंधेरों को जड़ से मिटाओ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com