कुछ लोग आज भी श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं
धर्मग्रंथो का अध्ययन करो, सब उपलब्ध है। जनश्रुतियों को जानों, सब सार उनमें है। रामायण से पूर्व के साहित्य में भी राम पूर्वजों की वंशावली व गाथा का वर्णन आता है।विज्ञान प्रमाण माँगता है, सच है। परन्तु प्रमाण मन के अंधों को दिखाओगे वह नहीं मानेंगे। न्यायालय ने मान लिया पर कुछ लोग नहीं मान रहे हैं।
जिस काल खंड घड़ी समय स्थान का उल्लेख है वह सब आज भी उपलब्ध है।
शिलालेख उनके ढूँढो, जिनके अस्तित्व पर शंका हो,
राम बसे हैं रग रग में, अस्तित्व हमारा उनसे है।
वंशावली और कालखंड भी, धर्म ग्रंथों में अंकित है,
गंगा का इतिहास है वर्णित, जीवनाधार उनसे है।
मरने पर भी राम नाम, उद्घोष यहाँ होता आया है,
राम जन्म राम ही जीवन, मुक्ति आधार उनसे है।
अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com