तनी छेडऽ बसुलिआ के तान(मगही गीत)
तनी छेडऽ बसुलिआ के तान
कि नेहिआ के भोर हो रहल।।
दखिनाहा हउआ जे गुदगुदी बराबे
कोइली के बोलिया पिरितिया जगाबे ।
के करतइ झूमर जिआन
पकवनिआ लोर हो रहल।।
सखिया सलेहर के खोंइछा भराएल
भर अँगना गउन्हेरी भुइयांँ रंगाएल ।
हे कनहूँ उख-बिख परान
अँखिआ भर लोर हो रहल।।
चिहुँक उठे अधरतिए निनुआएल मनमा
अइसन में झलके न नीमन सपनमा
भेलन उ परिवा के चान
कि जगले में भोर हो रहल।।***********
डॉ रामकृष्ण
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com