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भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने स्कूली वैन चालकों की लापरवाही पर चिंता व्यक्त किया |

भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने स्कूली वैन चालकों की लापरवाही पर चिंता व्यक्त किया |

भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक को समाचार पत्र में छपे समाचार 'जुगसलाई में पिता के साथ स्कूल जा रहे छात्र को बस ने मारा धक्का, मौत' की फोटो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा है कि इस प्रकार की घटनाये सिर्फ वैन चालको की लापरवाही के कारण होती है, इसलिए प्रशासन को चाहिये इस पर संज्ञान ले तथा स्थान-स्थान पर स्पीडोमीटर लगाये जाये, जिससे दुर्घटनाओं को टाला जा सके। स्कूली वैन चालकों को भी समुचित प्रशिक्षण दिया जाये और ऐसी घटनाये न हो इस वास्ते उनसे एक शपथ पत्र भी लिया जाये |
स्कूल वैन चालकों की लापरवाही मासूमों की जान पर भारी पड़ रही है, लेकिन इसकी तरफ सरकार व पुलिस किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। स्कूली बसों की कमी व परिवहन शुल्क महंगा होने की वजह से निजी वैन लेना अभिभावकों की मजबूरी है। वैन चालक इसी मजबूरी का फायदा उठाकर नियम-कानून की धज्जियां उड़ाकर बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि वैन में रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत अधिकतम नौ बच्चों को बैठा सकते हैं, लेकिन चालक नियम का उल्लंघन कर 20 से अधिक बच्चों को जानवरों की तरह ठूस कर बैठाते हैं। यातायात पुलिस का कहना है कि क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाने पर पुलिस अक्सर चालकों का चालान करती है, लेकिन रजिस्ट्रेशन एक्ट में महज 2000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान होने से उसी समय चालान का भुगतान कर वाहन छुड़ा लेते हैं, क्योंकि अगले दिन चालकों को फिर स्कूली बच्चों को स्कूल छोड़ना होता है। यातायात पुलिस यदि सख्त कार्रवाई करते हुए वैन जब्त कर लेती है तब भी अगले दिन कोर्ट से वैन छूट जाती है। कानून कड़ा न होने से चालक मनमानी करते हैं। स्कूलों को चाहिए कि वे पर्याप्त बसों की व्यवस्था करें। परिवहन शुल्क भी उतना ही रखें, जितना मध्यम व निम्न मध्यम वर्ग वहन कर सके। परिवहन शुल्क ज्यादा होने के कारण ही अभिभावक निजी कैब का सहारा लेते हैं। वहीं रजिस्ट्रेशन एक्ट में संशोधन कर सख्त कानून बनाने की जरूरत है। ऐसा नियम हो ताकि इस धारा का उल्लंघन करने पर वैन को एक माह तक जब्त रखा जा सके। जब तक सख्त कानून नहीं बनाया जाएगा, इस तरह के हादसे पर रोक नहीं लग पाएगी।
इस आशय को लेकर श्री पोद्दार ने  ट्वीट के माध्यम से  झारखंड के राज्यपाल महोदय, मुख्यमंत्री कार्यालय, झारखंड पुलिस एवं पूर्वी सिंहभूम जिला की उपायुक्त को भी अपनी चिंता से अवगत करवाने का प्रयास किया है |
श्री पोद्दार ने जनता के प्रत्येक वर्ग से अपील की है कि हमारे ट्वीट को अधिकाधिक लोग रिट्वीट करें जिससे भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को टाला जा सके।
पोद्दार ने रिट्वीट करने के लिए अपने ट्वीट का लिंक भी जारी किया है, जो इस प्रकार है ; --

Take a look at Dharam Chandra Poddar (@DharamChandraP4): https://twitter.com/DharamChandraP4?t=H8g9S7GeBcFhq-lsUxsm2Q&s=08
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