कुछ नहीं से कुछ भला, कुछ तो कीजिए,
दोस्ती मत निभाओ, मगर दुश्मनी न कीजिए।अपने और पराये में, कुछ तो अन्तर होता है,
अपना मत बनाओ, पर पराया न कीजिए।
सनातन में जन्म लिया, मानवता जीवन आधार,
शाकाहारी बनकर रहो, हिंसा न कीजिए।
मन्दिर को नमन, चर्च मस्जिद को सजदा,
मुर्दों पर चढ़ा कर प्रसाद, खाया न कीजिए।
न बन सके हिन्दू, न हिन्दुत्व का परचम उठाया,
धर्मनिरपेक्ष बन, सनातन पर आघात न कीजिए।
भू गगन वायु अग्नि नीर, प्रकृति के पाँच तत्व,
प्रकृति का संरक्षण करें, कुछ तो कीजिए।
डॉ अनन्त कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com