Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

पर्यावरण संरक्षण से जीवन संरक्षित

पर्यावरण संरक्षण से जीवन संरक्षित

जयपुर । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारतीय विरासत संगठन के अध्यक्ष व श्रीसत्य इंदिरा फाउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य साहित्यकार व इतिहासकार सत्येंद्र कुमार पाठक ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से जीवन सुरक्षित है ।विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। पर्यावण दिवस 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद प्रारंभ किया गया था। 5 जून 1973 को प्रथम विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था । विश्व पर्यावरण दिवस वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव पर्यावरण विषय पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन किया गया था। पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस का सुझाव देने के पश्चात , 5 जून 1973 से पर्यावरण दिवस मनाना प्रारम्भ कर दिया गया था । पर्यावरण संरक्षण के केन्द्र को बदलते रहने का सुझाव 1987 ई. में सामने आने के बाद विश्व का 143 देश शामिल हैं । पर्यावरण संरक्षण एवं संबर्द्धन के लिए श्रीसत्य इंदिरा फाउंडेशन द्वारा पर्यावण दिवस महत्वपूर्ण ढंग से रास्ते में खड़ी चुनौतियों को हल करने का रास्ता निकालता हैं। लोगों में पर्यावरण जागरूकता को जगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित विश्व पर्यावरण दिवस प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना है । विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर श्रीसत्य इंदिरा फाउन्डेशन के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष एस . स्मृति सारस्वत द्वारा स्थानी वृक्षों के बीज को मिट्टी की गेंद बना कर पुनर्रोपित करने की कार्यशाला की गई है । श्रीसत्यइंदिरा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस स्मृति सारस्वत द्वारा अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने और पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति को बचाने में योगदान करने वालों में एस. एस आई एफ के विशिष्ट सदस्य बिहार के साहित्यकार व इतिहासकार सत्येंद्र कुमार पाठक , उत्तरप्रदेश के पूनम अहलावत , राजस्थान का जितेंद्र कुमार सरकार , छत्तीसगढ़ का गया राम ध्रुव , हरियाणा का मानवेन्द्र सिंह , गुजरात की डॉ. सोनियाबेन दिनेश भाई पंजाबी, परमार अलकबेन जेठा भाई केरल का अजय नयर आंध्रप्रदेश के महाजन कृष्ण प्रसाद ,तेलगाना का शंकर यदाबोइना , वरुण सिंह सुनेजा ,तमिलनाडु के पी .मुथुकुमारण , मध्यप्रदेश का कल्पना शाह ,प्रजापति रीनबेन मनुभाई गुजरात ,जसप्रीत मोहन पंजाब ,मुनेश कुमार मुंडोतिया राजस्थान , सोलंकी श्री अश्विन सिंह गुजरात ,सीमा रोहतक हरियाणा ,मारुति भिसे मुम्बई महाराष्ट्र , निर्मल गुजिया झज्जर हरियाणा , सुनील कुमार बिहार ,इस के नीरज छत्तीसगढ़ ,दो बी एस एस के जगदीश आंध्रप्रदेश ,रमिला। बेन दी मकवाना गुजरात ,शंकर दीन ,उतरप्रदेश, सुरेश लाल श्रीवास्तव उत्तरप्रदेश ,माया एस एच पुणे महाराष्ट्र ,विशाल तेजपाल पंजाब ,डॉ अशोक कुमार जाटव मध्यप्रदेश ,सचिन नरूला हरियाणा ,दो मीरा पुष्पांजलि ,झारखंड ,रामलिंग लक्ष्मण सावलजकर महाराष्ट्र , डॉ पुप्पला वपीराजु आंध्रप्रदेश ,गौरव चौधरी हरियाणा ,शिशिर देसाई मध्यप्रदेश ,उमेश नाग जयपुर ,शेफाली मेंदीरत्ता जयपुर ,दो धनलक्ष्मी श्रीधर तमिलनाडू ,किरण चोंकर दीवानी गुजरात ,पीयूष राजा उत्तराखंड ,गुण्डाल विजयकुमार तेलगाना , दो अरुण प्रताप सिंह भदौरिया उत्तरप्रदेश ,शशिशेखर त्रिपाठी दिल्ली ,विजय कपूर विकानेर राजस्थान ,अरुणा अग्रवाल छत्तीसगढ़ ,सलोनी चावला हरियाणा ,सतीश कुमार प्रजापत गुजरात , रामजी हेमरजा रोतातर गुजरात , जेनेवेट क्रिश्चियन अहमदाबाद गुजरात ,आदि लोगों को एस एस आई एफ पर्यावरण रक्षक सम्मान 2023 द्वितीयवर्ष से सम्मानित किया गया ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ