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कोर्ट के मामला को आपसी समझौता से निपटाने का पहल किया मानव अधिकार रक्षक

कोर्ट के मामला को आपसी समझौता से निपटाने का पहल किया मानव अधिकार रक्षक


दिव्य रश्मि संवाददाता  जितेन्द्र कुमार सिन्हा की कलम से |

गोपालगंज जिला के अली असगर ने मानव अधिकार रक्षक संस्था को लिखित अनुरोध किया कि गोपालगंज जिला के बरौली थाना अधीनस्थ नधना गांव में बनाये जा रहे मकान को पड़ोसी बनाने में बाधा उत्पन्न कर रहे है, इससे निजात दिलाई जाय। उक्त जानकारी मानव अधिकार रक्षक के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार ने दी।


उन्होंने बताया कि अली असगर के आवेदन पर मानव अधिकार रक्षक की संस्थापिका रीता सिन्हा ने संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार, पटना जिला अध्यक्ष पूजा सिन्हा, सक्रिय सदस्य गीता प्रसाद और आशा देवी के साथ पूरी मामला की जानकारी लेने के उद्देश्य से मंगलवार को नधना गाँव पहुँची।


राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि नधना गाँव पहुँच कर मानव अधिकार रक्षक की टीम ने घटना की मुआयना की और मुआयना के क्रम में दोनों पक्षों को बुला कर दोनों पक्षों से पूरी जानकारी ली और पूरी मामले की जांच की।


उन्होंने बताया कि जाँच के क्रम में यह पता चला कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे के ऊपर जमीन को लेकर मामला, गोपालगंज व्यवहार न्यायालय में दाखिल किया गया है। ऐसी स्थिति में मानव अधिकार रक्षक की टीम नेअपनी सूझ बूझ से काम लेते हुए दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। दोनों को बताया कि इस विवाद से दोनों में से किसी का भी फायदा नहीं होगा। बल्कि जहां तक हो आप दोनों का नुकसान ही होगा और इसमें तीसरा व्यक्ति फायदा उठाएगा।


राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि सांस्थापिका रीता सिन्हा ने दोनों पक्षों से कहा कि एक बार शांत दिमाग से विचार-विमर्श करें और हमें बताएं कि आप क्या निर्णय लेना चाहते हैं। इसके लिए मानव अधिकार रक्षक ने उन्हें 10 दिनों की मोहलत दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि हम 10 दिनों के अंदर आपस में विचार-विमर्श करके मानव अधिकार रक्षक को सूचना देंगे।

उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष को आपसी समझौता करने के लिए प्रेरित की और कहा की अगर दोनों पक्ष समझौता के लिए तैयार हो जाते हैं तो मानव अधिकार रक्षक टीम पटना से पुनः गोपालगंज आएगी और दोनों पक्ष का व्यवहार न्यायालय में वकील के समक्ष एक समझौता पत्र बनवा कर न्यायालय में जमा करा दिया जायेगा।
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